वैक्सीन का लगातार विरोध करने वाले स्वास्थ्य मंत्री के कारण छत्तीसगढ़ की यह हालत– बृजमोहन
रायपुर 2 अप्रेल। छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री एंव भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने राजधानी रायपुर में कोरोना के भयावह हालत के लिए प्रदेश सरकार को पूर्णतः दोषी बताते हुए कहा कि प्रदेश की जनता कोरोना से त्रस्त है। मुख्यमंत्री व मंत्रीगण छत्तीसगढ़ की जनता को राहत पहुंचाने के बजाय असम में व्यस्त हैं।
श्री अग्रवाल ने कहा कि शहर में कोरोना मरीज के लिए शासकीय व निजी अस्पतालों में बेड नहीं मिल पा रहा है, लोग इलाज के लिए दर दर भटक रहे हैं। उन्होंने आज कलेक्टर रायपुर से चर्चा कर कहा कि गरीब व बस्तियों में रहने वाले लोगों के लिए शहर की सभी धर्मशालाओं, विवाह घरों, छात्रावासों व सामुदायिक भवनों को तत्काल अधिग्रहित कर आइसोलेशन सेंटर प्रारंभ करें। गरीब लोगों को, जिनके घरों में होम आइसोलेशन की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है, ऐसे सभी लोगों को इन सेंटर में रखकर इलाज उपलब्ध कराया जावे ताकि बस्तियों में विस्फोटक स्थिति से बचा जा सके। उन्होंने कलेक्टर से चर्चा कर इन सेंटरों में भोजन व अन्य व्यवस्थाओं के लिए अपनी विधायक निधि से 10 लाख रुपये देने की भी सहमति दी।
श्री अग्रवाल ने राजधानी रायपुर सहित पूरे प्रदेश में कोरोना की भयावह स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए शासन एवं प्रशासन को पूरी तरह फेल बताया है। पहले चरण में जहां छत्तीसगढ़ कोरोना की समाप्ति की ओर जा रहा था, एकाएक शासन एवं प्रशासन की लापरवाही व आयोजनों के चलते पूरा प्रदेश कोरोना की विस्फोटक स्थिति में पहुंच गया है।
श्री अग्रवाल ने सरकार से मांग की है कि शहर की बड़ी धर्मशालाओं, विवाह घर, छात्रावासों व सामुदायिक भवनों को तत्काल आइसोलेशन सेंटर के रूप में तब्दील किया जाना चाहिए जिससे बस्ती में रह रहे गरीब मरीज इन सेंटरों में रह सकें व इलाज करवा सकें। जिससे संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में लाखों की संख्या में वैक्सीन आकर महीनों पड़ा रहा। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री के लापरवाहीपूर्ण बयानों व जनता को टीका न लगवाने की जिद के कारण यहां पर्याप्त संख्या में वैक्सीनेशन नहीं हो पाया और आज उसी का परिणाम है कि कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ा है।
श्री अग्रवाल ने कहा है कि जनता कोरोना पीड़ित होकर इलाज के लिए भटक रही है। अस्पतालों में जगह नहीं है। सरकार साल भर में एक भी अतिरिक्त बेड व एक भी नए अस्पताल की व्यवस्था नहीं कर पाई। मेकाहारा का वेंटिलेटर सेंटर भी एक साल में बन नहीं पाया, कांग्रेस सरकार ने जनता को उनके हाल पर छोड़ दिया है। पूरी सरकार असम में मस्त है।