निगम का फैसला, घर पर हुई कोरोना से मौत, तो अब परिजनों को ही संभालना होगा शव
पुणे 1 अप्रेल: देश में कोरोना से प्रभावित राज्यों में महाराष्ट्र का नंबर पहले स्थान पर है। यहां कोरोना के मामलों में हर दिन इजाफा हो रहा है। देश के और राज्यों की तुलना में महाराष्ट्र में कोरोनो का प्रकोप ज्यादा है। पूरे राज्य में नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है। इधर पुणे में भी कोरोना के मामले रफ्तार पकड़े हुए हैं। पुणे म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने कोरोना मरीजों के शवों को संभालने के लिए परिजनों पर दबाव बनाया है, जिनकी घर पर ही कोरोना से मौत हो गई है। पीएमसी का कहना है कि घर पर कोरोना से मरने वाले मरीजों के शवों को परिजनों को संभालना होगा।
पुणे म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के मुताबिक घर पर ही कोरोना रोगी की मृत्यु होने की स्थिति में उस क्षेत्र के वार्ड अधिकारी या वार्ड चिकित्सा अधिकारी को मृत व्यक्ति की जानकारी देनी होगी और उसकी सभी डिटेल ‘कोविड दाह संस्कार’ नाम के व्हाट्सएप ग्रुप पर डालनी होगी। जानकारी में मृत व्यक्ति का नाम, उम्र, पता, परिवार के लोगों का नाम और उनके फोन नंबर भी होने जरूरी है।
पीएमसी ने बताया कि परिजनों को बॉडी बैग और चार पीपीई किट प्रदान करेंगे। परिवार के लोगों को पीपीई किट पहनकर और फिर बॉडी को बैग में पैक करके वैन में रखना होगा। पीएमसी के चीफ इंजीनियर श्रीनिवास कंडुल ने बताया कि वैन के बारे में 02025503211, 02025503212 और 9689939628 नंबर पर कॉल करके पूछा जा सकता है। मृतक के परिजनों को पीएमसी की वेबसाइट पर मृतक व्यक्ति के आधार कार्ड के साथ 4 ए प्रमाण पत्र और फॉर्म 2 अपलोड करना होगा। उन्हें अपने और मृत व्यक्ति के आधार कार्ड की एक फोटोकॉपी भी जमा करनी होगी।
पीएमसी के अनुसार शहर में कुल 32,806 सक्रिय रोगियों में से लगभग 27,000 घर में हैं। कुल 725 मरीज गंभीर हालत में हैं और 3,016 ऑक्सीजन थेरेपी पर हैं। शहर में पिछले कुछ दिनों में 25 प्रतिशत से ज्यादा डेली पॉजिटिव रेट देखी जा रही है।