“एक्सीडेंटल होम मिनिस्टर” बयान के बाद संजय राउत के पर कतरने शिवसेना की कोशिश…

मुम्बई से नरेन्द्र मेहता

■ शिवसेना ने सांसद अरविंद सांवत को बनाया मुख्य प्रवक्ता, राउत को अपने हद में रहने का संदेश

मुम्बई 1 मार्च। शिवसेना द्वारा पार्टी का मुख्य प्रवक्ता सांसद अरविंद सामंत को बनाये जाने के बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या बड़बोले संजय राऊत के पर कतरने की शुरुआत है, क्योकि संजय राउत पहले से ही पार्टी के मुख्य प्रवक्ता हैं.ऐसे में सांवत की यह नियक्ति सियासी हल्को में चर्चा का विषय बना हुआ हैं।

गौरतलब है कि अरविंद सावंत पहले शिवसेना के प्रवक्ता रह चुके हैं। 2019 से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और शिवसेना गठबंधन था तब वह केंद्रीय कैबिनेट में शिवसेना के अकेले मंत्री थे। वहीं दूसरी तरफ संजय राउत पहले से शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता हैं ऐसे में अरविंद सावंत की मुख्या प्रवक्ता के तौर पर नियुक्ति को संजय राउत के पर काटने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।

शिवसेना ने बुधवार को पार्टी का मुखपत्र ‘सामना’ में अपने प्रवक्ताओं की एक नई सूची प्रकाशित की। राज्यसभा सदस्य और ‘सामना’ के कार्यकारी संपादक संजय राउत को पिछले साल सितंबर में पार्टी का मुख्य प्रवक्ता बनाया गया था। अरविंद सावंत को शिवसेना प्रमुख नियुक्त करने का कदम संजय राउत के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र के राकांपा नेता अनिल देशमुख को ”एक्सीडेंटल होम मिनिस्टर” बता दिया था। इसके बाद महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता बालासाहेब थोरात ने मंगलवार को कहा कि राउत को कोई भी टिप्पणी करने से पहले सावधान रहना चाहिए।

संजय राउत को राज्य में सहयोगी पार्टी कांग्रेस से भी तब आलोचना का सामना करना पड़ा था जब उन्होंने सुझाव दिया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार को यूपीए अध्यक्ष के रूप में पदभार संभालना चाहिए। बता दें कि वर्तमान में यूपीए की अध्यक्षता कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी कर रही हैं। साथ ही एंटीलिया प्रकरण सामने आने के बाद संजय राउत के बयानों से पार्टी का शीर्ष नेतृत्व खुश नहीं था। गृह मंत्री अनिल देशमुख और मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह को लेकर दिए बयान से भी गठबंधन पर असर को लेकर शीर्ष नेतृत्व की चिंता बढ़ गई थी।

वहीं शरद पवार को यूपीए का नेतृत्व करने की बात कह कर भी संजय राउत को गठबंधन के अहम दल कांग्रेस का कोपभाजन बनना पड़ा। अब माना जा रहा है कि शिवसेना के शीर्ष नेतृत्व ने अरविंद सावंत को मुख्य प्रवक्ता बनाकर संजय राउत को यह संदेश देने की कोशिश की है वो अपनी हद में रहें। बताते चलें कि शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता चुने गए अरविंद सावंत वही हैं जिन पर महाराष्ट्र की अमरावती सीट से निर्दलीय लोकसभा सांसद नवनीत राणा ने धमकी देने का आरोप लगाया था। सांसद नवनीत राणा ने कहा था कि लोकसभा में सोमवार को सचिन वाझे केस उठाने पर शिवसेना सांसद ने लोकसभा लॉबी में जेल भेजने की धमकी दी।

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