फिर छला गया कोरबा, प्रदूषण नियंत्रण के लिए स्मॉग टॉवर लगाने की योजना से वंचित
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने राज्य सरकार से मांगा था प्रस्ताव
रायपुर 1 अप्रेल। छत्तीसगढ़ में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए प्रदेश के तीन शहरों में स्मॉग टॉवर लगाया जाएगा। इसके साथ ही चौक-चौराहों पर एयर प्यूरीफायर भी लगाए जाएंगे। केंद्र सरकार ने इसके लिए 50 करोड़ रुपए की राशि जारी किया है। लेकिन इस योजना में कोरबा शामिल नहीं है। यानी कोरबा एक बार फिर छला गया है।
जानकारी के अनुसार रायपुर, दुर्ग और भिलाई में स्मॉग टॉवर लगाया जाएगा। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने राज्य सरकार से प्रस्ताव मांगा था। वहीं नगरीय प्रशासन विभाग ने रिपोर्ट भेजा था, जिसके बाद केंद्र ने प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए स्मॉग लगाने पर सहमति देते हुए 50 करोड़ की राशि जारी की है।
आपको बता दें कि स्मॉग टावर एक बहुत बड़ा एयर प्यूरीफायर है। यह अपने आसपास से प्रदूषित हवा तथा उसके कणों को सोख लेता है और फिर वापस पर्यावरण में साफ हवा छोड़ता है। इनमें से कुछ को सोलर पावर से भी चलाया जा सकता है। यह स्मॉग टावर की कपैसिटी पर निर्भर होता है।
देश के कई मेट्रो में प्रदूषण कम करने के लिए एयर स्मॉग टावर व एयर प्यूरीफायर लगाया गया है। प्यूरीफायर 500 मीटर के रेडियस में हवा से पर्टिकुलेट मैटर्स-2.5 और पर्टिकुलेट मैटर्स- 10 (पीएम) को सोखेगा, जिससे हवा साफ होगी और एयर क्वालिटी इंडेक्स तय सीमा यानी 50 प्वाइंट या इससे भी कम रहेगा।
देश के सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में कोरबा शामिल है। लेकिन पंगु नेतृत्व के चलते एक बार फिर कोरबा को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है। जैसा कि विकास के मामलों में हमेशा होता आया है, इस बार भी जिले के नेताओं की अक्षमता के चलते राज्य सरकार ने एन जी टी को भेजे गए प्रस्ताव में कोरबा का नाम शामिल नहीं किया और कोरबा एक बार फिर प्रदूषण का दंस झेलने के लिए छोड़ दिया गया ।