रायपुर एयरपोर्ट पर 5 साल से है बंगलादेशी विमान, अब कम्पनी ने दिया ये आश्वासन
■ आग लगने की वजह से इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी
रायपुर 24 मार्च। विगत 7 अगस्त 2015 को ढाका से मस्कट जा रहे बंगलादेशी विमान की एमरजेंसी लैंडिंग रायपुर एयरपोर्ट पर हुई थी, विमान के इंजन में खराबी और एक हिस्से में आग लग जाने की वजह से बेमेतरा के एक खेत मे टूट गया था, इसमें सवार 173 यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया गया था। उसके बाद से यह विमान रायपुर एयरपोर्ट पर ही है।पूरे 5 साल में इसकी सुध बंगलादेशी कंपनी ने नहीं ली। 8 विमान की पार्किंग क्षमता वाले रायपुर एयरपोर्ट पर बंग्लादेशी विमान ने जगह घेर रखा है। एयरपोर्ट प्रशासन की तरफ से बार-बार बांग्लादेशी कंपनी को मेल किए गए, लेकिन कोई जवाब नहीं मिलता था। अब जवाब मिला है तो एयरपोर्ट प्रबंधन ने राहत की सांस ली है।
पता चला हैं कि रायपुर एयरपोर्ट प्रशासन ने बंग्लादेशी कंपनी को लीगल नोटिस भेजा था। उसके बाद कंपनी ने विमान बेचकर रायपुर एयरपोर्ट का बकाया चुकाने का वायदा किया है। पांच साल में पार्किंग चार्ज के रूप में कंपनी पर डेढ़ करोड़ रुपये से ज्यादा का बकाया है। लीगल नोटिस के बाद कंपनी ने वादा किया है कि हम अपने विमान को बेचकर पार्किंग चार्ज चुका देगे।
ज्ञात रहे कि 7 अगस्त 2015 को ढाका से मस्कट जा रहे इस विमान का इंजन फेल हो गया था। इसमें 173 यात्री सवार थे। राजधानी रायपुर से करीब 90 किलोमीटर दूर बेमेतरा में एक हिस्सा आग लगने की वजह से टूटकर खेत में गिर गया था। उसके बाद पायलट ने एटीसी से संपर्क कर इमरजेंसी लैडिंग की इजाजत मांगी थी। अनुमति मिलने के बाद रायपुर एयरपोर्ट पर इसकी लैंडिग हुई थी। यात्रियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा था। उस वक्त विमान कंपनी के लोगों ने कहा था कि हम जल्द ही इसे वापस ले जाएंगे। यह विमान बांग्लादेश की यूनाइटेड एयरवेज का एमडी-83 है। अभी रायपुर एयरपोर्ट के एप्रेन एरिया में विमान खड़ा है। कंपनी बीच में एक या दो बार इसकी सुध जरूर ली, लेकिन वापस ले जाने की दिशा में कोई पहल नहीं की है। इसके साथ ही रायपुर एयरपोर्ट का बकाया किराया भी नहीं दिया है। एयरपोर्ट प्रबंधन इन्हें लगातार रिमांइडर मेल डाल रहा था, मगर जवाब नहीं आता था।
अब बंगलादेशी यूनाइटेड एयरवेज कंपनी की तरफ से आए जवाब के बाद एयरपोर्ट प्रबंधन ने राहत की सांस ली है। कंपनी की तरफ से कहा गया है कि हम जल्द ही विमान बेचकर किराया चुकाएंगे। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि इस विमान के हटने के बाद एप्रेन एरिया में जगह खाली हो जाएगी।