कोरबा जिला प्रशासन द्वारा पाली महोत्सव की तैयारी युद्धस्तर पर जारी
कलेक्टर ने किया निरीक्षण, सभी तैयारियां पूरी करने दिए निर्देश
कोरबा 10 मार्च। कोरबा जिले महाशिवरात्रि के अवसर पर प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले पाली महोत्सव का आयोजन 11 एवं 12 मार्च को किया जा रहा है. जिसकी तैयारी जिला प्रशासन द्वारा युद्ध स्तर पर जारी है। आज जिलाधीश श्रीमती किरण कौशल ने विभिन्न विभाग के अधिकारियों के साथ पाली पहुंचकर भी कार्यक्रम स्थल पर स्थानीय अधिकारी कर्मचारियों की भी बैठक लेकर तैयारियों को अंतिम रूप देने आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुंदन कुमार, अपर कलेक्टर श्रीमती प्रियंका महोबिया, एसडीएम श्री अरूण खलखों, डिप्टी कलेक्टर श्री आशीष देवांगन, तहसीलदार श्री विश्वास राव सहित सभी विभागों के अधिकारी और विकासखण्ड स्तरीय कर्मचारी भी मौजूद रहे तथा अपने-अपने विभागों की तैयारियों की समीक्षा की।
पाली मुख्यालय में स्थित ऐतिहासिक शिव मंदिर और क्षेत्र जिला एवं प्रदेश की कला ,संस्कृति, सभ्यता से रूबरू कराने प्रतिवर्ष महाशिवरात्रि पर्व पर आयोजित होने वाले महाशिवरात्रि मेला को वृहत रूप देने के उद्देश्य से विगत 6 वर्षों से पाली महोत्सव का आयोजन हो रहा है। यह क्षेत्र का साल भर का सबसे बड़ा लोक महोत्सव कार्यक्रम है। कोरोना महामारी के बाद अब 11 एवं 12 मार्च को आयोजन की तिथि घोषित होने के साथ ही हाईस्कूल खेल मैदान में युद्ध स्तर पर तैयारियां आरंभ हो गई हैं। मनोरंजक कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस बार महोत्सव में छत्तीसगढ़ी भजन सम्राट दिलीप षडंगी, ममता चंद्राकर और गरिमा दिवाकर-स्वर्णा दिवाकर के कार्यक्रम होंगे। इसके अलावा स्थानीय स्तर पर स्कूली और लोक कलाकारों के भी सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे । दो दिवसीय आयोजन में द्वितीय दिवस मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की आगमन की संभावना के मद्देनजर हेलीपेड का भी निर्माण किया जा रहा है। जबकि कार्यक्रम स्थल पर भव्य मंच निर्माण, दर्शक दीर्घा, बैठक व्यवस्था, अतिथि सत्कार, आतिशबाजी,विद्युत लाइटिंग, रंगरोगन, बैरिकेड़ , विविध विभागों के स्टाल आदि को अंतिम रूप दिया जा रहा है। महोत्सव में इस बार विभागीय योजनाओं और उपलब्धियों को प्रदर्शित करते हुए विभागीय स्टॉल भी लगाए जाएंगे। जिला पंचायत, उद्यान विभाग, कृषि विभाग, मछली पालन विभाग, पशुधन विकास विभाग, रेशम पालन, वन विभाग, जनसंपर्क विभाग, पुरातत्व एवं पर्यटन विभाग, महिला बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग और स्कूल शिक्षा तथा आदिम जाति विभाग द्वारा महोत्सव स्थल पर आकर्षक स्टॉल लगेंगे।
ममता चंद्राकर के छत्तीसगढ़ी गीतों और दिलीप षडंगी के लोकगीतों से सुरमय बनेंगी महोत्सव की शामें – पाली महोत्सव में इस वर्ष सांस्कृतिक आयोजन विशेष आकर्षण का केन्द्र रहेंगे। दोनो दिन मुख्य मंच पर गीत-संगीत की सुरमई शामें सजेंगी। हर दिन शाम चार बजे से सांस्कृतिक आयोजन शुरू होंगे। पहले दिन रजी मोहम्मद द्वारा पियानो वादन से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरूआत होगी। श्रीमती मनीषा चौधरी द्वारा भजन और छत्तीसगढ़ी तथा हिन्दी गीतों की सुगम संध्या भी पहले दिन ही अपने रंग बिखेरेगी। महाशिवरात्रि के दौरान आयोजित होने वाले इस महोत्सव में इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ के कलाकारों द्वारा भगवान शिव की आराधना पर आधारित लघु नृत्य नाटिका भी प्रस्तुत की जाएगी। पहले दिन देर शाम छत्तीसगढ़ी गायिकाओं सुश्री गरिमा दिवाकर और स्वर्णा दिवाकर द्वारा भी गीत-संगीत का मोहक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा। महोत्सव के दूसरे दिन 12 मार्च को लोक कलाकार श्री थिरमन दास मानिकपुरी द्वारा छत्तीसगढ़ी लोकगीतों की छटा बिखेरी जाएगी। इसके बाद प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ी गायिका ममता चंद्राकर के गीतों से महोत्सव की शाम सरोबोर रहेगी। छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध भजन और गजल गायक श्री दिलीप षडंगी के सुरों-तालों से 12 मार्च की शाम को संगीतमय करेंगे।