रायपुर : इदगाहभाटा मस्जिद में मुतवल्ली चुनाव को लेकर जोर, जमात ने वक़्फ़ बोर्ड से की निष्पक्ष चुनाव कराने की अपील
रायपुर 5 फरवरी। रायपुर के ईदगाहभाटा सुन्नी हन्फी मुहम्मदी मस्जिद के मुतवल्ली का कार्यकाल 3 वर्ष का रखा गया था जो कि अप्रेल 2021 को पूरा होने जा रहा है वहीँ मस्जिद के नियम के मुताबिक मुतवल्ली चुनाव रज्जब के महीने में होता है और रज्जब का महिना 14 फ़रवरी से शुरू होने जा रहा है ऐसे में अब मुतवल्ली चुनाव को लेकर मुस्लिम समुदाय में जोर भी देखने को मिल रहा है।
एक तरफ वर्तमान मुतवल्ली मोहम्मद करीम के द्वारा कोरोना काल ओर लॉक डाऊन का हवाला देकर चुनाव को सर्व सम्मत किये जाने पर जोर दिया जा रहा है जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि हार के डर से चुनाव को टालने की कोशिश की जा रही है जबकि हमने जो सर्वे कराया है उसके मुताबिक 95 प्रतिशत अवाम बेलेट पेपर से निष्पक्ष चुनाव चाहती है।
*पूर्व में 17 अप्रेल 2018 को रज्जब के महीने में हुआ था मुतवल्ली चुनाव*
इसके पूर्व ईदगाहभाटा सुन्नी हन्फी मुहम्मदी मस्जिद में 17 अप्रेल (रज्जब के महीने में) 2018 को मोहम्मदी मुस्लिम जमात खाना ईदगाहभाटा में चुनाव कराया गया था इस वजह से ईदगाहभाटा की अवाम मतपत्र के द्वारा नए मुतवल्ली का चुनाव कराना चाहती है
वहीं दूसरी तरफ जमात के लोगों द्वारा निष्पक्ष चुनाव की मांग की जा रही है मुस्लिम समाज का कहना है कि जब देश में बड़े-बड़े चुनाव कराया जा रहा है तो ऐसे में मुतवल्ली चुनाव जिसमें ज्यादा से ज्यादा 800 से 1000 लोग ही शामिल होते है उसके लिए लॉक डाउन और कोरोना का हवाला देना सहीं नही होगा।
वहीं लोगों द्वारा मुतवल्ली चुनाव को लेकर निष्पक्ष और पारदर्शिता से चुनाव कराने को लेकर मामला छत्तीसगढ़ वक़्फ़ बोर्ड तक जा चुका है।।
वहीं मुतवल्ली चुनाव को लेकर दो उम्मीदवार शेख जावेद(राजा भाई) और इमाम खान का नाम सामने आया है ऐसे में सर्व सम्मति चुनाव कराना क्या सहीं होगा?