पूर्व मंत्री की बहू और पोती की हत्या, क्या सामने आएगा कोई गहरा राज ?
रायपुर 31 जनवरी। पूर्व मंत्री की बहू और पोती के मर्डर मामले में चौकाने वाली जानकारी सामने आयी है। खबर है कि मां-बेटी की हत्या के बाद हत्यारे दोनों की लाश को ठिकाने लगाने की फिराक में थे। आशंका है कि जो दो संदिग्ध हत्या के बाद वारदात वाले कमरे में मिले हैं, वो लाश को ठिकाने लगाने की मकसद से छुपे हुए थे।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक वारदात का तरीका बेहद ही खौफनाक था। हत्या के बाद हत्यारों ने ना सिर्फ लाश को ठिकाने लगाने की पूरी प्लानिंग तैयार कर रखी थी, बल्कि हत्या के बाद पूरी तसल्ली ये जांच भी की, कि दोनों किसी भी सूरत में बचे ना रह जाये। अभी तक की जो जानकारी सामने आयी है कि उनके मुताबिक घटना के बाद जो लोग कमरे में छुपे मिले थे, उन लोगों ने ही अपने एक अन्य सहयोगी के साथ मिलकर मां बेटी की हत्या की थी। दोनों की हत्या गला घोंटकर की गयी थी, हत्या में जूते बांधने के फीते का इस्तेमाल किया गया था।
बेरहमी से हत्या के बाद हत्यारों ने मौत की तस्दीक के लिए मां-बेटी दोनों को टब में डुबोया, ताकि मुंह में निकलने वाले बुलबुले को देख समझा जा सके कि दोनों मरे हैं या फिर जिंदा हैं। यह खुलासा तब हुआ जब पलंग के अंदर शव को निकाला गया तो दोनों के शव गीले पड़े थे, इस संबंध में जब संदेहियों से पूछताछ की गयी तो उन्होंने इस बात का खुलासा किया कि शव को टब में डालकर मरने की तस्दीक की गयी थी।
इस पूरे हत्याकांड से परदा फरार संदेही अजय राय की गिरफ्तारी के बाद हटने की बात पुलिस कर रही है। सूत्रो की माने तो दोहरे हत्याकांड के पीछे का मुख्य कारण पैसो का लेनदेन है। फिलहाल पुलिस की टीमें फरार संदेही अजय राय की सरगर्मी से तलाश में जुटी है।
ज्ञात हो कि मामले में फरार संदेही अजय राय की तलाश में उसके सभी ठिकानों पर पुलिस की दबिश जारी है। जानकारी के अनुसार फरार संदेही अजय राय आदतन अपराधी है, व उसके खिलाफ खमतराई थाने में हत्या व पंडरी थाना में हत्या के प्रयास जैसे संगीन मामले दर्ज है। वही पुलिस हिरासत में संदेही डॉ. आनंद राय सरकारी डॉक्टर है और आमासिवनी प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में पदस्थ है,इसके भी खिलाफ आरंग थाने में बलात्कार का मामला दर्ज है जिसके वह जेल भी जा चुका है।