जंगल विभाग में जंगल राज: ग्रामीणों से लूट और अवैध उगाही
कोरबा 10 जनवरी। वनमंडल कोरबा के कुछ कर्मी ग्रामीणों पर जंगल राज चला रहे हैं। 2 वनकर्मियों सहित सुरक्षा समिति के अध्यक्ष पर वसूली जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। जलाऊ लकड़ी (झिटका) ले जा रहे ग्रामीण की मदद करने वाले ट्रैक्टर मालिक से 20 हजार रुपए की वसूली की गई। अब 40 हजार रुपए और वसूलने दबाव बनाया जा रहा है।
कोरबा वनमंडल के पसरखेत वन परिक्षेत्र अंतर्गत मदनपुर के आगे बगधरीडांड का निवासी सलीम बेग ट्रैक्टर मालिक है। विनोद इस ट्रैक्टर का चालक है। 3 जनवरी को वह बगधरीडांड से मदनपुर आ रहा था कि रास्ते में उसे 2 बुजुर्ग मिल गए जो सिर पर जलाऊ लकड़ी (झिटका) रखकर जा रहे थे। इंसानियत के नाते चालक ने इन्हें ट्राली में बिठा लिया और झिटका को भी लाद लिया। कुछ दूर जाने पर नाका (बीट गार्ड) कमलेश मिला और झिटका को अवैध लकड़ी बता कर कार्यवाही करने कहा। उसके साथ वन चौकीदार कैलाश और वन सुरक्षा समिति का अध्यक्ष त्रिलोचन भी थे। इन्होंने कार्यवाही की बात कही तो सलीम बेग ट्रैक्टर मालिक ने कार्यवाही से बचने के लिए 20 हजार रुपए तुरंत इन लोगों को दिया। इसके बाद 40 हजार रुपए और मांगा जा रहा है। नाका, चौकीदार और समिति अध्यक्ष की इस अवैध उगाही से ट्रैक्टर मालिक एवं उक्त ग्रामीण परेशान हैं।
विधायक ननकीराम कंवर शनिवार को ग्राम मदनपुर के बगधरीडांड पहुंचकर सलीम बेग से मिले और पूरी जानकारी ली। उन्होंने कोरबा डीएफओ गुरुनाथन से मोबाइल पर बात की और घटनाक्रम से अवगत कराया तथा जांच एवं कठोर कार्यवाही के साथ वसूले गए रुपए वापस दिलाने की बात कही। इधर श्री कंवर गांव में मौजूद थे कि कुछ देर में ही पसरखेत रेंजर दीपक गावड़े व अन्य कर्मी वहां पहुंच गए और रुपए वापस दिलाने के प्रति आश्वस्त किया। ( इस मामले से सम्बंधित वीडियो हमारे पास सुरक्षित है।)
याद रहे कि कोरबा वन मण्डल भ्र्ष्टाचार का अड्डा बन हुआ है। डी एफ ओ की भूमिका संदिग्ध है। जंगल की अवैध कटाई और पौधा रोपण घोटाला से लेकर सप्लाई और टेंडर घोटालो की चर्चा रोज सुनने में आती है। सी सी एफ ऑफिस से जांच की खानापूर्ति कर ली जाती है और सभी घोटाले दब जाते हैं।