गढ़बो नवा छत्तीसगढ़, कोरबा: ना मुआवजा, ना पुनर्वास, पल भर में उजाड़ दिया गया बेबस गरीबों का आशियाना
कोरबा 8 जनवरी। ना कोई मुआवजा और ना ही कोई पुनर्वास की सुविधा। गरीबों का आशियाना भय पैदा कर पुलिस बल की मौजूदगी में उजाड़ दिया गया। गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का यह स्वरूप देख, गरीब खून का आंसू बहा रहे हैं। हालांकि कुसमुंडा से कोरबा सड़क निर्माण अति आवश्यक है, लेकिन इस कीमत पर कार्य होगा, ऐसी कल्पना किसी ने नहीं की थी।
सर्वमंगला पुलिस चौकी से इमलीछापर के मध्य फोरलेन सड़क निर्माण होना है। कार्य शुरू होने के पहले आज निगम का तोडू दस्ता ने इमलीछापर चौक में दूकान व मकान में बुल्डोजर चला दिया। इससे मकान व दूकान ध्वस्त हो गये है। महत्वपूर्ण बात यह है कि इन गरीबों को न तो मुआवजा दिया जा रहा है और न ही पुनर्वास। निगम के तोड़ूदस्ता की कार्यवाही के दौरान एस ई सी एल के अधिकारी कर्मचारी, निगम अमला व पुलिस विभाग के जवान तैनात रहे है।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ सरकार और एस ई सी एल प्रबंधन सर्वमंगला पुलिस चौकी से इमलीछापर चौक तक फोरलेन सड़क निर्माण कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पिछले दिनों फोरलेन सड़क निर्माण का शिलान्यास किया था। इसके बाद अब सड़क की जद में आने वाले बेजा कब्जा को हटाया जा रहा है।
दबी जुबान से चर्चा है कि यह कार्य नागपुर की कम्पनी के नाम पर एक बड़े कांग्रेस नेता ने हासिल किया है। ठेका लेने के लिए भी दबाव बनाकर रिंग बनाया गया था। अब गरीबों को उजाड़ कर सड़क बनाया जा रहा है। एक कांग्रेस पार्षद की कथित लाचारी या नेता का दबाव या पिछले दरवाजे से पुनर्वास सुविधा का यह भी नतीजा सुनने में आ रहा है कि पार्षद ने अपने हाथों से अपने करीबी रिश्तेदार का बेजाकब्जा का मकान तोड़ा है। जब सत्ता पक्ष के पार्षद को कब्जे छोड़ना पड़ा तो बाकी लोग दहशत में आ गए और विरोघ तो दूर क्षति पूर्ति की मांग करने का भी साहस नहीं जुटा सके।