एसीबी को एक महीने के भीतर 450 से भी अधिक शिकायतें मिलीं
रायपुर 4 जनवरी। के सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार और घूसखोरी पर लगाम कसने के लिए एसीबी(एंटी करप्शन ब्यूरो) ने हेल्प लाइन नंबर के साथ वाट्सएप नंबर और ई-मेल जारी किया है। इन नंबरों पर शिकायतों की झड़ी लग गई है। करीब एक महीने के भीतर 450 से अधिक शिकायतें एसीबी को मिल चुकी हैं। अधिकतर शिकायतें कलेक्टोरेट से जुड़े विभिन्न सरकारी विभागों की हैं। हालांकि कई शिकायतें ऐसी भी हैं, जिनसे एसीबी को कोई लेना-देना नहीं है। मसलन लड़ाई-झगड़े, जमीन विवाद, सरपंचों की मनमानी आदि से संबधित शिकायतें हैं। इन शिकायतों की फिलहाल जांच चल रही है।
एसीबी के अफसरों ने भ्रष्टाचार, घूसखोरी के मामलों में जल्द ही एक्शन लेने के संकेत दिए हैं। छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार, घूसखोरी की शिकायत करने के लिए एसीबी ने नौ दिसंबर, 2020 को हेल्प लाइन नंबर 1064, वाट्सएप नंबर, ई-मेल आइडी के साथ छत्तीसगढ़ी और हिंदी में बेवसाइट लांच किया था। अकेले वाट्सएप पर ही 50 से अधिक भ्रष्ट अधिकारी- कर्मचारियों के खिलाफ दस्तावेजी सुबूत के साथ शिकायतें एसीबी को मिली हैं। इसके अलावा ई-मेल, हेल्प लाइन नंबर आदि पर 450 से अधिक शिकायते मिल चुकी है। अफसरों का कहना है कि कलेक्टोरेट से जुड़े राजस्व, खाद्य, महिला बाल विभाग, कृषि, वन, पुलिस, आबकारी, जिला पंचायत, नगर निगम, सहकारी बैंक आदि में घूसखोरी, भ्रष्टाचार आम है। शिकायत करने पर संबंधित विभागों के जिम्मेदार अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं करते है। यहीं वजह है कि न्याय पाने के लिए पीडि़त व्यक्ति एसीबी तक शिकायत कर रहे हैं। एसीबी के दो डी एस पी, निरीक्षक, उपनिरीक्षक और जवान भ्रष्टाचार से संबंधित शिकायतों की तस्दीक कर ठोस सुबूत जुटाने का काम कर रहे हैं। एडिशनल एसपी महेश्वर नाग खुद अपनी निगरानी में जांच-पड़ताल कर रहे है।
हेल्प लाइन, ई-मेल, वाट्सएप पर लगातार भ्रष्टाचार, घूसखोरी के साथ अन्य शिकायते प्राप्त हो रही है। एक महीने के भीतर 450 से अधिक शिकायत मिली है। जांच के कार्रवाई करेंगे।
-आरिफ शेख, डीआइजी-एसीबी