अंतिम क्षण पर सभा स्थल बदलने पर भड़के पूर्व सीएम रमन सिंह.. प्रशासन को लिया आड़े हाथ.. कहा ” इतने तलवे चाटने की नही जरूरत.. तीन साल बाद हम करेंगे हिसाब किताब”
- कवर्धा में किसान पंचायत स्थल की अनुमति रद्द करने पर भड़के थे पूर्व मुख्यमंत्री
- अनुमति रद्द होने के बाद भी भाजपा ने गांधी मैदान में ही की किसान महापंचायत
कवर्धा/ छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने प्रदेश के अधिकारियों को खुली धमकी दी है। डॉ. रमन सिंह ने कहा, अधिकारियों को गिने-चुने दिन ही रहना है। उन्हें इतने तलवे चाटने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा, जबरदस्ती इतना स्वामिभक्त मत बनो। वक्त बदलता है। सरकार के दो साल बीत गए हैं। तीन साल बाद हिसाब-किताब करने हम भी आएंगे। इसलिए ज्यादा गर्मी न दिखाएं।
पूर्व मुख्यमंत्री कवर्धा के स्थानीय प्रशासन पर भड़के हुए थे। दरअसल कृषि संबंधी कानूनों के समर्थन में भाजपा पूरे प्रदेश में किसान महापंचायत कर रही है। शुक्रवार को दुर्ग संभाग स्तरीय पंचायत का आयोजन कवर्धा में होना था।
स्थानीय भाजपा नेताओं ने कवर्धा के गांधी मैदान में सभा की अनुमति मांगी थी। एसडीएम कवर्धा ने इसकी अनुमति भी दे दी। 17 दिसम्बर की सुबह प्रशासन ने गांधी मैदान की अनुमति रद्द कर भाजपा को राजीव गांधी पार्क में सभा करने को कहा।
प्रशासन की इस हरकत से पूरी भाजपा भड़की हुई है। प्रशासन की अनुमति नहीं होने के बावजूद भाजपा ने शुक्रवार शाम गांधी मैदान में ही किसान महापंचायत का आयोजन किया।
इसमें विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के साथ नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, सांसद संतोष पाण्डेय, पूर्व सांसद मधुसूदन यादव, भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्याम विहारी जायसवाल, पूर्व विधायक अशोक साहू, कवर्धा के जिलाध्यक्ष अनिल सिंह ठाकुर आदि शामिल हुए।
किसान आंदोलन को बताया राजनीतिक साजिश
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने देश में चल रहे किसान आंदोलन को राजनीतिक साजिश बताया। उन्होंने कहा, केंद्र सरकार का कानून किसानों के फायदे के लिए है। किसानों को भ्रम में डालकर कुछ लोग आंदोलन चला रहे हैं।
उन्होंने कहा, किसानों को इन कानूनों में जो आपत्तियां दिख रही थीं, बातचीत के बाद केंद्र सरकार ने दूर करने की बात कही है। ऐसे में आंदोलन का कोई औचित्य नहीं रह जाता।
धरमलाल बोले, यहां क्यों मर रहे हैं किसान
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा, पूरे छत्तीसगढ़ में किसान आत्महत्या कर रहे हैं। केंद्र के जिस कानून से किसानों को डराया जा रहा है, वह अभी छत्तीसगढ़ में लागू नहीं है। यहां की कथित किसान हितैषी सरकार अपने किसानों को क्यों नहीं बचा पा रही है।
प्रदेश में उगाही कल्चर का आरोप
नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार पर प्रदेश में उगाही कल्चर शुरू करने का आरोप लगाया। उनका कहना था, थानों में पोस्टिंग के बोली लग रही है। जो सबसे ज्यादा रकम देता है उसे मनचाही पोस्टिंग मिल रही है। उन्होंने कहा, सरकार ने उगाही को कल्चर बना दिया है।