विधायक केरकेट्टा के बाद अब जिला पंचायत अध्यक्ष ने कटघोरा DFO के खिलाफ खोला मोर्चा.. कमीशन लेकर चहेतों को लाभ पहुँचाने का लगाया आरोप
DFO पर खुद को वनमंत्री का रिश्तेदार बताकर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से की शिकायत
कोरबा. कटघोरा डीएफओ शमा फारुखी के खिलाफ शिकायतों व उनके स्थानांतरण की मांग का सिलसिला फिलहाल थमता नजर नहीं आ रहा। पाली-तानाखार के विधायक मोहितराम केरकेट्टा द्वारा वनमंत्री को लिखे पत्र की सुर्खियां अभी गलियारे में कायम हैं कि जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शिवकला कंवर ने भी मुख्यमंत्री, वनमंत्री के नाम चिट्ठी भेजी है। गम्भीर आरोपों के साथ डीएफओ का तबादला करने की मांग की गई है।
बता दें कि विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने 10 नवम्बर 2020 को एक पत्र वन मंत्री के नाम लिखते हुए डीएफओ को हटाने की मांग की थी। यह और बात है कि उनके पत्र को वजन नहीं मिला या (अब उनके जारी हुए बयान के मुताबिक) पत्र भेजने से पहले ही डीएफओ ने समस्याओं/शिकायतों का निराकरण कर लेने का भरोसा देकर सामंजस्य बिठा लिया और अब डीएफओ का कामकाज संतोषप्रद हो गया है। वैसे भी इस तरह से पत्र लिखने और फिर उसे नहीं भेजने या कई तरह के आरोपों के बीच अधिकारी का कामकाज संतोषप्रद पाए जाने के अलग-अलग मायने राजनीति से लेकर प्रशासनिक गलियारे में निकाले जाते हैं। देखना है कि क्या विधायक के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष के शिकायत पत्र को शासन द्वारा गंभीरता से लिया जाता है या इन्हें भी डीएफओ अपना कामकाज संतोषप्रद बताने में सफल हो पाती हैं..?