जिले के प्रभारी मंत्री डॉ टेकाम ने किया गोकुल नगर और बेला गौठान का निरीक्षण

डॉ टेकाम ने गौठान में हो रहे आजीविका संवर्धन के कार्यों की सराहना की

कोरबा 16 दिसंबर 2020. स्कूल शिक्षा मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री डॉ प्रेम साय सिंह टेकाम ने आज विकासखंड कोरबा के ग्राम पंचायत बेला और नगर निगम क्षेत्र गोकुल नगर में स्थित गौठानों का निरीक्षण किया। प्रभारी मंत्री ने गौठानों में हो रहे विभिन्न आजीविका संवर्धन के कार्यों का अवलोकन किया। डॉ टेकाम ने बेला गौठान में किये गए कार्यो और महिला समूहों द्वारा किये जा रहे विभिन्न गतिविधियों की सराहना भी की।

बेला गौठान निरीक्षण के दौरान प्रभारी मंत्री ने कहा कि राज्य शासन द्वारा महत्वकांक्षी नरवा गरवा घुरवा बड़ी योजनान्तर्गत ग्रामीण आर्थिक गतिविधियों को बढावा दिया जा रहा है। उन्होने कहा कि गांव में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने गांव की महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। डॉ टेकाम ने बेला गौठान में स्व सहायता समूह की महिलाओं और समिति प्रबंधक से भी बात की। उन्होंने समूह की महिलाओं द्वारा की जा रही मशरूम उत्पादन और उनसे होने वाले मुनाफा की बात सुन कर समूह की महिलाओं की तारीफ और सराहना की।

डॉ टेकाम ने गौठान में वर्मी टैंक, मशरूम उत्पादन, कड़कनाथ मुर्गीपालन शेड, एजोला उत्पादन, मिनी राइस मिल और चारागाह का अवलोकन किया। इस दौरान महापौर श्री राजकिशोर प्रसाद, कटघोरा विधायक श्री पुरूषोत्तम कंवर, पाली-तानाखार विधायक श्री मोहित केरकेट्टा, पार्षद श्री सुरेन्द्र जायसवाल सहित कई जनप्रतिनिधी, गणमान्य नागरिक तथा जिला प्रशासन की तरफ से कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल, एसडीएम कोरबा सुनील नायक एवं पशुपालन, उद्यानिकी, कृषि विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

गोकुल नगर गौठान में निरीक्षण के दौरान प्रभारी मंत्री ने गोबर संग्राहकों से चर्चा की और गोैधन न्याय योजना के बारे में पूछा। गोबर संग्राहकों ने सरकार की दो रूपये किलो गोबर खरीदी की इस योजना को गांवों और गरीबों के विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया और छत्तीसगढ़ की सरकार को ऐसी योजना शुरू करने के लिए धन्यवाद भी दिया। प्रभारी मंत्री ने इस दौरान गोठान में स्थापित मशीन से गोबर के बड़े-बड़े लकड़ीनुमा लट्ठे बनाने का भी अवलोकन किया। गोठान की महिलाओं ने बताया कि इन लट्ठों को बनाकर ईंधन के रूप में उपयोग करने के लिए बेचा जाता है। प्रभारी मंत्री ने गोठान परिसर के पास स्थित पशु चिकित्सालय में मवेशियों के ईलाज के लिए उपलब्ध व्यवस्थाओं का भी अवलोकन किया और उपस्थित पशु चिकित्सक को गोठान में आने वाले पशुओं का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण और ईलाज करने के निर्देश दिए। डाॅ. टेकाम ने गोठान में वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन करने वाली महिलाओं से भी चर्चा की। गोठान समिति के सदस्यों ने प्रभारी मंत्री को गोबर से बने स्मृति चिन्ह भी भेंट किये।

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