जनप्रतिनिधियों से अभद्रता भारी पड़ी, जनपद पंचायत कोरबा के सीईओ रात्रे हटाये गए, जी के मिश्रा की हुई पद स्थापना

कोरबा 27 नवम्बर। जनपद पंचायत में जनपद सदस्यों और सीईओ के मध्य चले आ रहे जमे रहने और हटाने की खींचतान का आखिरकार पटाक्षेप हो गया। राज्य शासन ने आदेश जारी कर विवादित सीईओ एस एस रात्रे को हटा कर ट्राइबल विभाग में आगामी आदेश तक के लिए भेज दिया है। कोरबा जनपद के सीईओ अब गोपाल कृष्ण मिश्रा होंगे।

ज्ञात रहे कि रात्रे के खिलाफ जनपद सदस्यों के बाद पंचायत सचिवों ने भी मोर्चा खोल दिया था व रामपुर विधायक ननकी राम कंवर ने भी धरना की चेतावनी दे दी थी। इसके बाद जनपद की सामान्य सभा का भी बहिष्कार कर दिया गया। हाई प्रोफाइल हो चुके इस मामले में देर से ही सही, पर शासन ने रात्रे को हटाने का निर्णय ले ही लिया। हालांकि इस पूरे घटनाक्रम में जनपद अध्यक्ष श्रीमती हरेश कंवर का
रवैया समझ से परे रहा। पहले तो वे श्री रात्रे के खिलाफ रहीं पर बाद में उनके पक्ष में पत्र लिखती रहीं। इस तरह की राजनीति से आपसी फूट भी उजागर हुई। चर्चाओं के मुताबिक इस मामले में फिर पूर्व गृहमंत्री भाजपा नेता
ननकीराम कंवर का वजन बढ़ा है और यह कहा जा रहा है कांग्रेस के पूर्व विधायक श्याम लाल कंवर ने समर्थकों के साथ राजधानी में सीधे सी एम से
मुलाकात की थी पर महज आश्वासन मिला जो पूरा नहीं हो रहा था। इधर पंचायत सचिवों की शिकायत पर भी जनपद अध्यक्ष ने सीईओ रात्रे का बचाव किया पर जब ननकी राम कंवर ने तेवर दिखाए तो यह तबादला आदेश जारी हो गया। बहरहाल जो भी हुआ, जिसके कारण हुआ, यह दूसरा विषय है पर अपनी ही सरकार में चुने हुए जनप्रतिनिधियों को इतना पापड़ बेलना पड़ा, इसकी तो चर्चा होनी ही है।

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