26 नवंबर को कोयला क्षेत्र में एक दिवसीय हड़ताल का ऐलान
कोरबा 15 नवम्बर। कमर्शियल माइनिंग, कोल इंडिया के शेयरों के विनिवेश या बाईबैक पर रोक लगाने समेत 12 सूत्रीय मांग को लेकर चार श्रमिक संघ ने चरणबद्ध आंदोलन शुरू कर दिया है। 26 नवंबर को कोयला क्षेत्र में एक दिवसीय हड़ताल की जाएगी। इसकी तैयारी श्रमिक संगठन प्रतिनिधियों ने शुरू कर दी है। 21 नवंबर को कुसमुंडा क्षेत्र श्रमिक संघ प्रतिनिधियों का संयुक्त कंवेंशन आयोजित किया जाएगा। इस दौरान हड़ताल की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
ज्ञापन सौंपने के बाद श्रमिक संघ प्रतिनिधियों ने प्रचार प्रसार अभियान चलाया जा रहा है। साउथ इस्टर्न कोलफिल्डस लिमिटेड (एसईसीएल) कुसमुंडा क्षेत्र में एटक, सीटू, एसईकेएमसी इंटक, एचएमएस व रेड्डी गुट इंटक का संयुक्त रूप से कंवेंशन आयोजित किया गया है।
आदर्श नगर कुसमुंडा स्थित एरिया रिक्रियेशन क्लब में दोपहर तीन बजे से आयोजित कंवेंशन में एसईसीएल के रायगढ़, कोरबा, गेवरा, दीपका क्षेत्र के श्रमिक संघ प्रतिनिधि शामिल होंगे। इस दौरान आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी। इसके बाद सभी खदान क्षेत्र में गेट मीटिंग ली जाएगी।
सीटू के उप महासचिव वीएम मनोहर ने बताया कि अक्टूबर माह में तीन दिवसीय हड़ताल के बाद भी कोल इंडिया व मंत्रालय ने अपने निर्णय पर पुनर्विचार नही किया और कमर्शियल माइनिंग के लिए नीलामी के माध्यम से खदान आबंटित कर दी। कोयला कर्मचारी कोविड कार्यकाल में भी जान जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं, पर उनकी समस्या का निराकरण नहीं हो रहा। अब प्री मैच्योर रिटायरमेंट, भू-विस्थापितों को नौकरी नहीं देने का निर्णय भी केंद्र ने लिया है। किसान विरोधी नीति की वजह से सरकार के खिलाफ एक बार पुन: आंदोलन का रास्ता अख्तियार किया जाएगा। इसका विरोध कोयला खदान में कार्यरत कर्मचारी लगातार करेंगे। कमर्शियल माइनिंग से कोल इंडिया का अस्तित्व खत्म करने की साजिश रची जा रही है।
सोहागपुर व बैकुंठपुर में भी होगा संयुक्त कंवेशन
श्रमिक संघ प्रतिनिधि हड़ताल को लेकर तीन स्थान पर संयुक्त रुप से कंवेंशन करेंगे। इसमें 16 नवंबर को सोहागपुर में होगा, यहां जोहिला, सोहागपुर, जमुना-कोतमा व हसदेव क्षेत्र के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इसी तरह 18 नवंबर को बैकुंठपुर में चिरमिरी, बैकुंठपुर, भटगांव व विश्रामपुर क्षेत्र के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इसके बाद आखिरी कंवेंशन 21 नवंबर को एसईसीएल कुसमुंडा क्षेत्र में आयोजित किया जाएगा।
प्रमुख मांग
0 सीएमपीडीआई को कोल इंडिया से अलग नहीं करने
0 कमर्शियल माइनिंग की प्रस्तावित नीलामी रद्द करने
0 शेयरों के विनिवेश व बाई बैक पर रोक लगाने
0 ठेका मजदूरों को हाई पावर कमेटी अनुरूप वेतन देने
0 9.3.0, 9.4.0, 9.5.0 का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने
0 जनवरी 2017 से 20 लाख ग्रेच्युटी व पेंशन में बढ़ोत्तरी
0 प्री मैच्योर रिटायरमेंट का निर्णय वापस लेने
0 भू-विस्थापित को जमीन के बदले नौकरी की योजना चालू रखने