कोरबा जिले में 21 ब्लैक स्पॉट्स की पहचानः यातायात नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई एवं सड़क मित्रों को प्रशिक्षण और हेलमेट वितरण

कोरबा 24 जनवरी। यातायात पुलिस द्वारा पुलिस अधीक्षक श्री सिद्धार्थ तिवारी (भा.पु.से.) के निर्देशन में तथा यातायात एवं क्राइम प्रभारी श्री रविंद्र कुमार मीना (भा.पु.से.) के नेतृत्व में सड़क सुरक्षा को मजबूत करने हेतु विशेष अभियान चलाया गया। इस दौरान कोरबा जिले में कुल 21 ब्लैक स्पॉट्स की पहचान की गई, यातायात नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई की गई एवं सड़क मित्रों को प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण और हेलमेट वितरण किया गया।

ब्लैक स्पॉट्स की पहचानः-कोरबा जिले में कुल 21 ब्लैक स्पॉट्स की पहचान की गई, जहां सड़क दुर्घटनाओं की संभावना अधिक रहती है। इनमें से 9 ब्लैक स्पॉट्स राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-130) पर स्थित हैं।

ब्लैक स्पॉट्स का विवरणः
एनएच -130 पर 9 ब्लैक स्पॉट्सः-
6 बागों थाना क्षेत्र में
2 पाली थाना क्षेत्र में
1 कटघोरा थाना क्षेत्र में
अन्य 12 ब्लैक स्पॉट्सरू
उरगा थाना क्षेत्र में
पसान थाना क्षेत्र में
सिविल लाइन थाना क्षेत्र में
कोतवाली थाना क्षेत्र में
बालको थाना क्षेत्र में
दीपका थाना क्षेत्र में

ब्लैक स्पॉट का क्राइटेरियाः- तीन वर्षों में किसी स्थान पर कम से कम पाँच गंभीर सड़क दुर्घटनाएँ होना। अथवा इन दुर्घटनाओं में कम से कम दस मृत हुए हों।’ऐसे स्थान जहाँ सड़क डिजाइन, मोड़, खराब संकेत व्यवस्था, अंधे मोड़ या अन्य कारणों से दुर्घटनाएँ अधिक होती हैं। यातायात पुलिस इन ब्लैक स्पॉट्स पर संकेतक, साइनेज, गति सीमा नियंत्रण और अन्य सुधारात्मक उपाय लागू करने के लिए संबंधित विभागों के साथ समन्वय कर रही है। यातायात नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई।

यातायात पुलिस द्वारा ’कोसाबाड़ी क्षेत्र में नो पार्किंग में खड़े 17 वाहनों पर कार्रवाई की गई।’ इसके अलावाः
ओवरस्पीड के 20 मामलों में चालान किया गया। 185 मोटर वाहन अधिनियम (डट।बज) के तहत शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले 13 लोगो पर कार्रवाई की गई। पाली थाना क्षेत्र में सड़क मित्रों को प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण एवं हेलमेट वितरण
सड़क दुर्घटनाओं के दौरान घायलों की त्वरित सहायता सुनिश्चित करने के लिए पाली थाना क्षेत्र में सड़क मित्रों को प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण दिया गया।’

प्रशिक्षण के मुख्य बिंदुः-सीपीआर (ब्च्त्), रक्तस्राव रोकने, घावों पर पट्टी लगाने और आपातकालीन सहायता बुलाने की प्रक्रिया समझाई गई।’108 (एम्बुलेंस) और 112 (पुलिस) को तुरंत सूचना देने का महत्व बताया गया।’साथ ही सड़क मित्रों को हेलमेट वितरित किए गए ताकि वे स्वयं की सुरक्षा के प्रति जागरूक रहें और समाज में भी हेलमेट पहनने की आदत को बढ़ावा दें।

यातायात पुलिस की अपीलः-यातायात पुलिस सभी नागरिकों से अपील करती है किकृ सड़क पर यातायात नियमों का पालन करें और सुरक्षित ड्राइविंग करें।’ ब्लैक स्पॉट्स पर विशेष सावधानी बरतें और गति सीमा का पालन करें।’ नो पार्किंग क्षेत्र में वाहन खड़ा न करें।’हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग अनिवार्य रूप से करें।’सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों की सहायता करें और आपातकालीन सेवाओं को सूचित करें। यह अभियान सड़क सुरक्षा को मजबूत करने और सड़क दुर्घटनाओं को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यातायात पुलिस इस प्रकार के कार्यक्रमों को आगे भी जारी रखेगी।

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