छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र 24 फरवरी से 21 मार्च तक
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र 24 फरवरी से 21 मार्च तक आयोजित किए जाने की संभावना है। सरकार ने इस संबंध में विधानसभा को प्रस्ताव भेजा है, और अंतिम मंजूरी के बाद तिथियों की औपचारिक घोषणा की जाएगी। इस सत्र के दौरान राज्य सरकार वर्ष 2025-26 का वार्षिक बजट पेश करेगी।
बजट तैयारियों में तेजी –
राज्य का बजट तैयार करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। सचिव स्तरीय चर्चाएं लगभग पूरी हो चुकी हैं। अब वित्त मंत्री के साथ विभागीय मंत्रियों की बैठकें आयोजित होंगी, जिनमें विभिन्न विभागों के बजट प्रस्तावों पर अंतिम सहमति दी जाएगी। इसके बाद, बजट को राज्य मंत्रिमंडल की मंजूरी के लिए प्रस्तुत किया जाएगा। अनुमोदन के बाद, विधानसभा में वित्त मंत्री बजट पेश करेंगे।
बजट का आकार बढ़ने की उम्मीद –
वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट का आकार पिछले वर्ष की तुलना में 5 से 7 प्रतिशत तक बढ़ने की संभावना है। वित्त विभाग ने इस बार व्यय प्रस्तावों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। प्राथमिकता उन मदों को दी जाएगी, जो परीक्षित हैं, जबकि अपरीक्षित व्यय प्रस्तावों पर मंत्री-स्तरीय चर्चा के बाद विचार किया जाएगा।
महत्वपूर्ण मुद्दे और योजनाएं –
वित्तीय अनुशासन : अपरीक्षित व्यय प्रस्तावों को सीमित कर परीक्षित मदों को प्राथमिकता देना।
नई योजनाओं की संभावनाएं : नई सेवाओं के साधनों और संसाधनों को विस्तार देने पर जोर।
कृषि, स्वास्थ्य और शिक्षा पर फोकस : राज्य के विकास के लिए इन क्षेत्रों में बड़े आवंटन की संभावना।
राजनीतिक और सामाजिक महत्व –
इस बजट सत्र का विशेष महत्व है क्योंकि यह विधानसभा चुनावों से पहले का अंतिम पूर्ण बजट होगा। सरकार की कोशिश होगी कि इसमें जनता के लिए अधिक से अधिक कल्याणकारी योजनाएं शामिल की जाएं।
विधानसभा में बहस की तैयारी –
प्रस्तावित बजट सत्र के दौरान सरकार और विपक्ष के बीच बहस की संभावना भी है। विपक्ष बजट को लेकर सरकार से सवाल उठाने की तैयारी कर रहा है।