आकांक्षी जिलों के निर्धारित सूचकांको पर हुई समीक्षा, श्री बर्थवाल ने प्रगति तेज करने दिये निर्देश
ईपीएफओ के कमिश्नर और कोरबा जिला के प्रभारी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से की समीक्षा
कोविड नियंत्रण के साथ जनहितकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की रफ्तार भी हो तेज: श्री बर्थवाल
कोरबा 05 नवंबर 2020. आकांक्षी जिलों के लिये नीति आयोग द्वारा निर्धारित किये गये सूचकांको पर आज केन्द्रीय प्रोविडेंट फण्ड संगठन के आयुक्त श्री सुनील बर्थवाल ने कोरबा जिले में हुई प्रगति की समीक्षा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की। श्री बर्थवाल ने पिछले छह महीनों से कोरोना संक्रमण के कारण जिले में जनहितकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की धीमी पड़ी रफ्तार को भी अब तेज करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। समीक्षा बैठक में कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल, जिला पंचायत के सीईओ श्री कुंदन कुमार सहित आकांक्षी जिलों के लिये निर्धारित सूचकांको से संबंधित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी भी शामिल हुए। बैठक में श्री बर्थवाल ने जिले में कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति की भी जानकारी कलेक्टर श्रीमती कौशल से ली। उन्होंने आने वाले दिनों में स्वास्थ्य, शिक्षा, खेती-किसानी, पशुपालन से लेकर सामाजिक सुरक्षा पेंशनों के वितरण और मुद्रा लोन से स्वरोजगार को बढ़ाने के लिये विशेष प्रयास करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। श्री बर्थवाल ने कोविड संक्रमण के कारण जिले में शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन पर पड़े प्रभाव की भी जानकारी कलेक्टर से ली और कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए आने वाले समय में योजनाओं के क्रियान्वयन की गति बढ़ाने के उपाय करने के निर्देश दिये।
नीति आयोग द्वारा कोरबा जिले को छत्तीसगढ़ के दूसरे नौ जिलों के साथ आकांक्षी जिलों में शामिल किया गया है। इसके तहत जिले में शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल विकास, कृषि, पोषण, बिजली, सामाजिक सुरक्षा और स्वरोजगार जैसी जनहितकारी योजनाओं से अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित किया जाना है। योजनाओं के क्रियान्वयन से संबंधित 49 सूचकांक भी नीति आयोग द्वारा निर्धारित किये गये हैं। जिलों की प्रगति की समीक्षा इन्हीं सूचकांको पर भारत सरकार के द्वारा नियुक्त जिले के प्रभारी अधिकारी द्वारा की जाती है।
समीक्षा के दौरान श्री बर्थवाल ने जिले में मुद्रा लोन वितरण, आजीविका मिशन के कार्यों सहित सभी मौसमों में दूरस्थ इलाकों तक पहुंच मार्गों के लिये किये गये कार्यों पर संतुष्टि जाहिर की। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने बैठक में बताया कि जिले में 250 की आबादी वाले सभी 711 बसाहटों को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बारहमासी सड़कों से जोड़ दिया गया है। उन्होंने बताया कि कोविड संक्रमण के कारण जिले में वापस लौटे श्रमिकों को भी स्थानीय उद्योगों में रोजगार से जोड़ा गया है। जिले के प्रभारी श्री बर्थवाल ने जिले में गर्भवती महिलाओं के पंजीयन, संस्थागत प्रसव सहित बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को पोषण योजनाओं से लाभान्वित करने, नौ से ग्यारह माह के बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण का काम तेज करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। श्री बर्थवाल ने स्कूलों में विद्यार्थियों का शत-प्रतिशत प्रवेश सुनिश्चित करने और कोई भी बच्चा ड्राॅप आउट नहीं होना सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने जिले में सिंचाई का रकबा बढ़ाकर द्वि-फसली और नगदी फसलों के रकबे को बढ़ाने की दिशा में भी प्रयास तेज करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। श्री बर्थवाल ने आकांक्षी जिलों के तहत निर्धारित सूचकांको पर प्रतिमाह समीक्षा करने के निर्देश कलेक्टर श्रीमती कौशल को दिये।