मनेन्द्रगढ़ नहीं बनेगा जिला: डॉ चरणदास महंत
- HOME
- विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास मंहत ने सारे दावों की हवा निकाल दी,साफ कह कर नकारा की अभी मनेन्द्रगढ़ जिला नही बन सकता..पढ़े पूरी खबर……
विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास मंहत ने सारे दावों की हवा निकाल दी,साफ कह कर नकारा की अभी मनेन्द्रगढ़ जिला नही बन सकता..पढ़े पूरी खबर……
49 mins ago शैलेश गुप्ता
इस खबर को शेयर करें !
कोरिया 30 अक्टूबर। विधानसभा चुनाव जीतने के बाद से मनेंद्रगढ़ विधायक और कुछ जनप्रतिनिधियों ने मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाने की मांग तेज कर दी थी। चिरमिरी नगर निगम चुनाव में चिरमिरी मनेन्द्रगढ़ जिला बनाने को लेकर जमकर बयान बाजी हुई। दूसरी ओर कोरिया दौरे में पहुंचे विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास मंहत ने सारे दावों की हवा निकाल दी, उन्होंने साफ कह दिया कि अभी मनेन्द्रगढ़ जिला नही बन सकता।
दरअसल, विधानसभा चुनाव में मिली जीत के बाद कोरिया में विकास को लेकर दावे सिर्फ कागजों पर ही है। दूसरी ओर सोशल मीडिया में विकास की गाथा लिखी जा रही है, परंतु फील्ड में नेताओ के प्रति नारागजी किसी से छिपी नही है। ऐसे में बीते 2 साल से अपने अपने क्षेत्र को जिला बनाने की मांग कर जनता को मुख्य मुद्दों से भटकाया जा रहा है। कुछ माह के अंतराल में मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाने की मांग सामने आ ही जाती है। कभी बताया जाता है कि चिरमिरी और मनेन्द्रगढ़ को साथ लेकर जिला बनाया जाएगा। फिर कुछ दिन बाद ये सामने आया कि मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी के साथ केल्हारी को जोड़कर जिला बनाया जाएगा। हाल के कुछ माह में खड़गवां, चिरमिरी, मनेन्द्रगढ़, केल्हारी को जोड़कर जिला बनाने की मांग हुई है। इसके लिए कई जनप्रतिनिधियों ने पत्र लिख कर मुख्यमंत्री से मांग की है। तमाम नेता इस पर बीते 2 साल से न सिर्फ बयानबाजी कर रहे है बल्कि मनेन्द्रगढ़ की जनता को आश्वस्त भी कर रहे है कि मनेन्द्रगढ़ जिला बन ही जायेगा। ऐसे में बेबाकी के लिए जाने जाने वाले विधानसभा अध्यक्ष डॉ महंत ने पत्रकारों के सवाल पर बयान देकर जनप्रतिनिधियों के दावों की हवा निकाल दी। जब उनसे पत्रकारो ने पूछा कि चुनाव के समय मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाने की बात कही गयी थी, जिस पर उन्होंने कहा कि मैंने कभी नही कहा कि मनेन्द्रगढ़ जिला बनेगा। उन्होंने आगे कहा कि मैं झूठ नही बोलता। मनेन्द्रगढ़ अभी जिला नही बन सकता। अब देखना है जिले की मांग को लेकर दूसरे मुद्दों से जनता को भटकाने वाले नेता इस मुद्दे पर आगे क्या रणनीति बनाते है।