वितरण विभाग के अधिकारी सीएम के दावों की उड़ा रहे धज्जियां,कोरबा शहर की इस बस्ती में दो दिनों से पसरा है अंधेरा

न्यूज एक्शन। नगर पालिक निगम के वार्ड क्र. 33 रामपुर बस्ती में आबाध विद्युत आपूर्ति के लिए लगभग आधा दर्जन से अधिक ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं। क्षेत्र में लगाए गए आधे से अधिक ट्रांसफार्मर के फेल हो जाने से इलाके में बिजली व्यवस्था चरमरा गई है। दो दिनों से क्षेत्र में बिजली गुल है। शिकायत के बाद भी विद्युत वितरण विभाग के कर्मी सुधार कार्य करने गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं । सीएम डॉ.रमन सिंह के 24 घंटे बिजली एवं घर-घर रोशन होने के दावों की वितरण विभाग की हवा निकाल रहे है। यही कारण है कि इसका खामियाजा वार्ड में रहने वाले लोगों को भुगतना पड़ रहा है। बिजली गुल होने के संबंध में पाड़ीमार जोन के अधिकारियों की मानें तो दो ट्रांसफार्मर पहले से फेल हैं। इस वार्ड में कई ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं। दूसरे ट्रांसफार्मर से अन्य जगहों पर बिजली सप्लाई किया जा रहा है। लगभग 48 घंटे से अधिक ब्लैक आऊट से परेशान वार्डवासियों ने पाड़ीमार स्थित कार्यालय के पास धरना प्रदर्शन किया था। अधिकारियों के जल्द व्यवस्था सुधारे जाने के आश्वासन के बाद धरना प्रदर्शन समाप्त किया गया था। प्रदर्शन के बाद भी व्यवस्था नहीं सुधारे जाने से आक्रोशित लोग आज पुन: पाड़ीमार जोन कार्यालय पहुंचे और अधिकारियों के ऊपर भड़ास निकाली। अधिकारियों के निर्देश पर जब विद्युत कर्मियों ने लचर व्यवस्था को ठीक करने की कवायद शुरू किया तो मामला शांत हुआ। संबंधित अधिकारियों को पता नहीं है कि इस क्षेत्र में कितने ट्रांसफार्मर फेल है। बताया जाता है कि विद्युत कर्मी के द्वारा पहले भी अधिकारियों को ट्रांसफार्मर फेल होने की सूचना दी गई थी ,लेकिन अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया था। इस लापरवाही का खामियाजा रामपुर क्षेत्र के लोग भुगत रहे हैं ।
शहरी क्षेत्र का बुरा हाल
जिले में विद्युत वितरण व्यवस्था का बुरा हाल है। मौसम चाहे कोई भी हो बिजली की आंख मिचौली का सिलसिला चलता रहता है। शहरी क्षेत्र में आलम यह है तो ग्रामीण अंचलों में व्यवस्था का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। लचर विद्युत व्यवस्था को लेकर आमजनों का गुस्सा देखने को मिलता रहता है। इसके बाद भी व्यवस्था सुधार की ओर विभाग के अधिकारी ध्यान नहीं देते केवल वीआईपी इलाकों में व्यवस्थ सुधार में विद्युत कर्मी चुस्ती दिखाते है। रोजाना शहर के कोई न कोई इलाके में ब्लैक आउट की स्थिति बनी रहती है।
पुराने हो चुके है ट्रांसफार्मर और केबल
कुछ समय पहले विद्युत वितरण विभाग को ट्रांसफार्मर एवं विद्युत तार बदलने करोड़ों का फंड मिला था, लेकिन इस फंड में की गई बंदरबांट के कारण कई स्थानों में ट्रांसफार्मर व उपकरण बदले नहीं गए। लिहाजा अभी भी शहर के अनेक इलाकों में पुराने ट्रांसफार्मर व विद्युत तार के सहारे सप्लाई की जा रही है। यहीं कारण है कि हर मौसम में लचर विद्युत व्यवस्था की परेशानी उपभोक्ताओं को झेलनी पड़ती है। वैसे तो ऊर्जाधानी कोरबा में विद्युत का उत्पादन होता है। कोरबा की बिजली से देश-प्रदेश के कई घर रोशन हो रहे है। प्रदेश के मुखिया भी कोरबा प्रवास के दौरान 24 घंटे बिजली व घर-घर रोशन करने का दावा करते है। लेकिन विद्युत वितरण विभाग के अधिकारी सीएम के दावों की हवा निकालने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रख रहे है।
युवाओं ने दिया साथ
दो दिनों तक क्षेत्र में ब्लैक आउट होने के कारण जहां स्थानीय लोगों ने वितरण विभाग कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर अधिकारियों पर दबाव बनाया। वहीं जब सुधार कार्य शुरू किया गया तो क्षेत्र के युवाओं ने कर्मचारियों का पूरा सहयोग दिया। क्षेत्र के रमेश वर्मा व उनके साथियों ने कई घंटों तक ट्रासंफार्मर बदलने में सहयोग किया।

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