पहले बनाओ मंदिर फिर विस्थापन, एनएच की कार्यवाही के विरोध में ग्रामीणों ने मंदिर के सामने दिया धरना

कोरबा 14 नवम्बर। कोरबा-चांपा नेशनल हाइवे 49बी का निर्माण कछुआ चाल से चल रहा है। कई कारण से इसकी गति बाधित हो रही है। 40 किलोमीटर की लंबाई को पूरा करने के लिए काफी जतन करने पड़ रहे हैं। आज ग्रामीणों ने मड़वारानी मंदिर के सामने बैठकर एनएचएआई की प्रस्तावित कार्यवाही का विरोध किया। उन्होंने यहां नारेबाजी की।

भूतल परिवहन मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने पिछले वर्षों में एनएच 49बी को स्वीकृत किया। अगली कड़ी में राज्य सरकार के माध्यम से संबधित क्षेत्र की जमीन का अधिग्रहण शुरु हुआ। प्रशासन के द्वारा लोगों को मुआवजा राशि का भुगतान कर दिया गया है और बड़े हिस्से में अर्जित संपदा को हटाने के साथ सडक का निर्माण कर दिया गया है और यह काम अब भी जारी है। इधर मड़वारानी में एक मंदिर की स्थापना के कारण एनएच का निर्माण बाधित हो रहा है। इसे विस्थापित करने के लिए आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। आसपास के ग्रामीणों ने आज मंदिर के सामने धरना देकर विरोध जताया। उन्होंने मांग रखी कि विस्थापन इसी शर्त पर हो सकेगा जबकि इसके पहले नई जगह पर मंदिर का निर्माण कराने के साथ मूर्ति की विधिवत स्थापना हो। विरोध की जानकारी होने पर प्रशासन और पुलिस के अधिकारी यहां पहुंचे। एनएचएआई के कामकाज की प्रगति राज्य सरकार के कंधों पर है। इसलिए अधिकारी टेंशन में हैं।

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