पुरानी पेंशन योजना बहाली और संविदा कर्मियों के नियमितीकरण की मांग को लेकर बीएमएस ने दी प्रांतव्यापी आंदोलन की चेतावनी

कोरबा 06 अक्टूबर। भारतीय मजदूर संघ से सम्बद्ध छत्तीसगढ़ बिजली कर्मचारी संघ महासंघ ने विभिन्न लंबित कर्मचारी मांगो को लेकर एक बार फिर आंदोलन करने का नोटिस कंपनी प्रबंधन को सौंपा है। ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध निदेशक के साथ हुई महासंघ के द्विपक्षीय वार्ता में प्रबंधन द्वारा संघ को आश्वस्त किया गया था कि आगामी समय में होने वाली बीओडी में ज्यादातर मांगो पर फैसला कर निराकरण कर दिया जाएगा, किंतु अभी तक किसी भी मांगों पर निर्णय नहीं लिया गया है।

प्रबंधन द्वारा लगातार ढुलमुल रवैया अपनाया जा रहा है। महासंघ द्वारा अनेकों बार पत्राचार एवं कंपनी के अधिकारियों से मुलाकात कर कर्मचारी समस्याओं के निराकरण का प्रयास किया जाता रहा है। विगत दिनों हुई महासंघ के प्रांतीय अध्यक्ष बी.एस. राजपूत की अध्यक्षता एवं अखिल भारतीय मंत्री व विद्युत प्रभारी आर एस जायसवाल की उपस्थिति में एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें क्रमिक आंदोलन करने का निर्णय लिया गया है। प्रथम चरण में पूरे प्रदेश भर में 6 से 15 अक्टूबर तक विभिन्न संभागीय कार्यालयों, वितरण केंद्रों, जोन में सतत संपर्क एवं जन जागरण अभियान चलाया जाएगा।

द्वितीय चरण में प्रदेश के सभी क्षेत्रीय मुख्यालयों में शाम 5.30 धरना आमसभा एवं कंपनी अध्यक्ष के नाम कार्यपालक निदेशक, मुख्य अभियंता को ज्ञापन सौंपा जाएगा। तीसरे चरण में 23 अक्टूबर को शाम 5.30 बजे से कंपनी मुख्यालय डगनिया में विशाल आमसभा धरना प्रदर्शन किया जाएगा, जिसमें पूरे प्रदेश भर से कर्मचारी शामिल होंगे। यदि इसके बावजूद मांगो पर कार्यवाही नही की जाती है तो हड़ताल का ऐलान किया गया है।

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बीएमएस की यह है प्रमुख मांग
राज्य शासन की तरह कंपनी में भी किया जाए ओपीएस लागू
संविदा कर्मचारियों को पूर्व की भाँति किया जाए नियमित
तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के सभी तकनीकी कर्मचारियों को किया जाए 3 फीसदी तकनीकी भत्ता प्रदान
किया जाए चतुर्थ उच्च वेतनमान प्रदान
सभी पदों के लिये किए जाए अविलंब प्रमोशन आदेश जारी

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