सुरक्षा मानकों में सुधार व अन्य मांगों को लेकर बीएमएस ने खोला मोर्चा
कोरबा 30 सितंबर। बड़ी संख्या में एसईसीएल दीपका एरिया के मजदूरों ने भारतीय मजदूर संघ के नेतृत्व में बिलासपुर मुख्यालय में आयोजित प्रदर्शन में हिस्सा लेने पूरे काफिला के साथ पहुंचे। यह प्रदर्शन कोयला क्षेत्र के मजदूरों के लंबे समय से लम्बित मुद्दों को लेकर आयोजित किया जा रहा है, जिनमें कार्य स्थल पर सुरक्षा उपायों के साथ-साथ कर्मचारियों की जनहित से जुड़े विभिन्न मुद्दे शामिल हैं।
यह प्रदर्शन बीएमएस की ओर से मजदूरों के अधिकारों की रक्षा के लिए की जा रही निरंतर कोशिशों का हिस्सा है। इसमें प्रमुख मांगों में सुरक्षा मानकों में सुधार, चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार, कर्मचारियों के लिए श्वक्कस्न (कर्मचारी भविष्य निधि) में सुधार और अन्य कल्याणकारी योजनाओं का लाभ शामिल है। इसके अलावा, हाल ही में टरूक्कस्न (कोल माइन प्रोविडेंट फंड) समीक्षा में 16 बिंदुओं के सुझावों को लागू करने की भी मांग की जा रही है। 17 सूत्रीय मांगों में बीमा, चिकित्सा कवर और कर्मचारियों के आवास की सुविधाओं में वृद्धि की प्रमुख मांगें हैं। इसके अलावा, खनन कार्यों में सुरक्षा मानकों की कड़ाई से पालन, दुर्घटना मुआवजा और फंड्स की पारदर्शिता पर भी जोर दिया जा रहा है।
इस प्रदर्शन में एसईसीएल के सभी क्षेत्रों के मजदूरों ने भाग लिया है, जिसमें गेवरा और दीपका क्षेत्र ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। प्रदर्शन के साथ बीएमएस को उम्मीद है कि उनके एकजुट प्रयासों से मजदूरों की कार्य स्थितियों और आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। आगामी दिनों में बीएमएस नेतृत्व ने अपनी मांगों को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने के लिए विभिन्न चरणों में आंदोलन की योजना बनाई है। जिसके तहत आज बिलासपुर हेड क्वार्टर में जंग एलान का प्रदर्शन करने नारेबाजी के साथ पहुंचे।