जंगल विभाग में जंगल राज, भाजपा-विधायकों की जांच समिति का दो माह बाद भी नहीं दिया जवाब
कोरबा 8 अक्टूबर। जिले के वन मण्डल कटघोरा में पदस्थ अफसरों का हौसला इतना बुलंद है, कि बांकी बिट में अवैध बांस कटाई मामले में भारतीय जनता पार्टी विधायकों की तीन सदस्यीय जांच कमेटी से प्राप्त नोटिस का दो माह बाद भी उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया है। विधायक दल अब मुख्यमंत्री, वन मंत्री और राज्य के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर संबंधितों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा करेगा।
याद रहे कि वन मण्डल कटघोरा के बांकी बांस बाड़ी में बीट गार्ड रात्रे ने अवैध बांस कटाई का पर्दाफाश किया था। विधानसभा में भाजपा विधायक दल के नेता धरमलाल कौशिक ने मामले की जांच के लिए पूर्व गृहमंत्री और रामपुर विधायक ननकीराम कंवर की अध्यक्षता में तीन सदस्यों की जांच समिति बनायी थी। समिति ने मौके पर पहुंच कर प्रतिबंध की अवधि में बांस कटाई की जांच की थी। साथ ही कटघोरा डीएफओ, पाली एसडीओ और संबंधित रेंजर को नोटिस देकर जवाब तलब किया था। विधायक जांच दल जिस दिन जांच के लिए बांकी पहुंची, उसी दिन डीएफओ कोरोना के नाम पर होम आईशोलेशन में चली गयी थी।विधायक जांच दल को उम्मीद थी कि आइशोलेशन से बाहर आने के बाद डीएफओ उनकी नोटिस का जवाब देंगी। लेकिन अब तक तीनों असफरों ने समिति को जवाब नहीं भेजा है।
समिति के अध्यक्ष ननकी राम कंवर ने बताया कि अब इन अफसरों के खिलाफ मुख्यमंत्री, वनमंत्री और मुख्य सचिव को पत्र लिखकर अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की जायेगी। उन्होंने कहा कि मौके पर हरे बांस काटने की पुष्टि स्थल निरीक्षण से हो गयी थी। बांस की कटाई के अवैध होने की पुष्टि अफसरों के जवाब नहीं देने से हो गयी है। उन्होंने कहा कि विधायक जांच दल की नोटिस का जवाब नहीं देना, विधानसभा की अवमानना की श्रेणी में भी आता है और दोषियों पर अवमानना की भी कार्रवाई की जा सकेगी।