सुधार के दौरान ट्रांसफार्मर में आगजनी
कोरबा 12 फरवरी। उद्योग विभाग से आबंटित जमीन पर संचालित हो रही ट्रांसफार्मर फैक्ट्री में आगजनी की घटना में यहां का काफी समान नष्ट हो गया। यहां के केयरटेकर की सतर्कता से जनहानि रोक ली गई। जबकि हादसे की खबर मिलने के बाद आगजनी को नियंत्रित करने के लिए आसपास के बड़े हिस्से की बिजली आपूर्ति रोकनी पड़ी। अग्रिशमन विभाग द्वारा आग पर नियंत्रण किया गया। लेकिन इससे पहले फैक्ट्री संचालक को लाखों का नुकसान हो गया। मध्यप्रदेश के समय पूर्ववर्ती विशेष क्षेत्र प्राधिकरण के रहते हुए उद्योग विभाग के माध्यम से रजगामार रोड के नजदीक औद्योगिक क्षेत्र की परिकल्पना करते हुए उसे विकसित किया गया। यहां अलग अलग उद्योग संचालित करने के लिए उद्यमियों को सस्ती दर पर भूखंड आबंटित किये गए। इसके अलावा कई और रियायत दी गई। इसी इलाके में प्रणव मित्रा के द्वारा ए टू जेड ट्रांसफार्मर फैक्ट्री संचालित की जा रही थी। यहां पर ट्रांसफार्मर के निर्माण से लेकर छोटे-बड़े सुधार कार्य किये जा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार यहां पर बनने के लिए एक ट्रांसफार्मर आया हुआ था। इसे सिस्टम में शामिल करने के साथ आगे की प्रक्रियाएं की जा रही थी। बताया गया कि ओव्हर हीटिंग होने के साथ एक बारगी ऐसी स्थिति बनी कि हाई वोल्टेज ट्रांसफार्मर ने आग पकड़ ली और जल्द ही इसने फैलना शुरू कर दिया। इसके संपर्क में आने के साथ मौके पर रखे वायर, एंग्ल, एक्युपमेंट, ऑयल और दूसरे सामान जलने शुरू हो गए। फैक्ट्री के केयरटेकर ने फौरन इस बारे में ड्यूटी पर मौजूद मैकेनिक को सूचना दी और एक तरह से उसकी जान बचाई। फैक्ट्री में लगी आग का नजारा दावानल जैसा दिखाई दिया। आनन फानन में आसपास के उद्योग कर्मियों ने इस पर संज्ञान लिया। आपदा प्रबंधन, सीएसईबी और पुलिस को इसकी खबर दी गई। कुछ ही देर बाद यहां आपदा बचाव दल की उपस्थिति हुई। मामला गंभीर था इसलिए आगजनी पर नियंत्रण करने के लिए सीएसईबी पाड़ीमार जोन के माध्यम से संबंधित क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति को रूकवाया गया। अग्रिशमन विभाग की ओर से की गई बचाव कार्रवाई के संपन्न होने तक फैक्ट्री संचालक मित्रा को लाखों का चूना लग चुका था। गर्मी के सीजन में अलग-अलग कारणों से आगजनी की घटनाएं होती है। इससे पहले खरमोरा क्षेत्र में आगजनी की घटना में बचाव कार्य करने वाले विभाग को सभी स्तर पर तैयारी पूरी रखने के लिए संकेत दे दिया है।