गेवरा माइंस के वेस्ट सेक्शन में डंपर ने बोलेरो को चपेट में लिया, चालक गम्भीर
कोरबा 17 जनवरी। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड गेवरा क्षेत्र की कोयला खदान में मंगलवार को तड़के हादसा हुआ। यहां पर डंपर की चपेट में एक बोलेरो वाहन आ गया। इस दौरान बोलेरो के परखच्चे उड़ गए। वाहन का चालक गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे एनसीएच गेवरा में प्राथमिक चिकित्सा के बाद अपोलो रेफर किया गया है। घटना को लेकर कर्मचारियों में चिंता और प्रबंधन में हड़कंप मची हुई है। माइंस सेफ्टी टीम ने घटना के बाद मौके का जायजा लिया।
कोरबा जिले के अंतर्गत साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के गेवरा क्षेत्र की माइंस में आज रात 3 से 3.30 बजे के आसपास यह हादसा हुआ। इसका पॉइन्ट वेस्ट सेक्शन के डंपिंग क्षेत्र को बताया गया। इस क्षेत्र में फेस से कोयला लेकर आने वाले डंपर वाहन कोयला को डंप करते हैं। इसके बाद यहां से अगले प्रक्रियाओं को अंजाम दिया जाता है। कोयला लाने और उसे यहां डम करने के काम में एसईसीएल कंपनी के द्वारा अधिकतम क्षमता वाली मशीनरी लगाई गई है और इसके जरिए काम को आसान किया गया है। मौके पर कामकाज की निगरानी करने के लिए अधिकारियों को अलग-अलग शिफ्ट में जिम्मेदारी दी गई हैं।
जानकारी के अनुसार रात्रि में रिले, शिफ्ट में इंचार्ज रतनलाल साहू कामकाज का जायजा लेने के लिए बोलेरो संख्या सीजी 12 एजेड 9717 से पहुंचे थे। वाहन को मिलन दास के बजाय लगन दास यहां लेकर पहुंचा था। बताया गया की एसईसीएल गेवरा माइंस वेस्ट सेक्शन डंपिंग एरिया में पहुंचने के बाद अधिकारी अपने कामकाज में व्यस्त हो गए। जबकि वाहन के साथ चालक नजदीक में मौजूद था। इसी दौरान इस क्षेत्र में संचालित हो रहे एक विशालकाय डंपर ने बोलेरो को अपनी चपेट में ले लिया। यह घटना काफी जल्द ही और बोलेरो चालक को समझने का मौका ही नहीं मिला। नतीजा यह हुआ कि डंपर संख्या बीएच 150 टन.95005 की चपेट में आने से बोलेरो के परखच्चे उड़ गए। डंपर को ऑपरेट नूतन सिंह कर रहा था। हादसे की जानकारी होने पर डंपर चालक हरकत में आया।। आनन-फानन में उसके द्वारा माइन्स रेस्क्यू डिपार्टमेंट के अलावा एक्सकैवेशन डिपार्टमेंट से संबंधित अधिकारियों को इस बारे में जानकारी दी। जिसके बाद जहां पर राहत और बचाव कार्य चलाते हुए बोलेरो से घायल चालक को बाहर निकालने के साथ फौरी तौर पर नेहरू सेंचुरी हॉस्पिटल गेवरा भिजवाया गया। प्राथमिक चिकित्सा देने के साथ चिकित्सकों ने उसकी स्थिति को काफी चिंताजनक पाया और उसे अपोलो बिलासपुर के लिए रेफर कर दिया।
घटनाक्रम को लेकर संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही इस मामले में डायरेक्टर जनरल ऑफ माइंस सेफ्टी संज्ञान ले सकता है क्योंकि घटना खदान क्षेत्र से जुड़ी हुई है। संभावित है कि मामले में होने वाली जांच पड़ताल के बाद डीजीएमएस जवाबदेही भी तय कर सकता है। वही इस मामले को लेकर एसईसीएल गेवरा के महाप्रबंधक एसपीएस भाटी से मोबाइल पर संपर्क कर वर्सेस से भी जानने की कोशिश की गई। लेकिन अधिकारी ने कॉल रिसीव करने की आवश्यकता नहीं समझी। आखिर कहां है सुरक्षा कोल इंडिया के द्वारा अपनी सभी कंपनियों और वहां एरिया से लेकर परियोजना स्तर पर प्रतिवर्ष सुरक्षा जागरूकता सप्ताह से लेकर पखवाड़े मनाए जाते हैं। वर्तमान में माइंस सेफ्टी विक के दौरान गेवरा में यह घटना हुई जिसने सुरक्षा के दावों पर प्रश्रचिन्ह लगा दिए हैं। सेफ्टी ऑफिसर सीपी.मेहरा और एरिया की सेफ्टी कमेटी ने आज दोपहर माइंस के संबंधित प्वाइंट का जायजा लिया। वह हादसे का कारण जानेगी।