सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख के तबादला आदेश का दो माह बाद नहीं हुआ क्रियान्वयन

राजस्व मंत्री के गृह जिले में राजस्व मंत्रालय के आदेश की अवहेलना

कोरबा 25 नवंबर। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अवर सचिव ने 2 माह पहले कोरबा के सहायक अधीक्षक भू अभिलेख का तबादला बलरामपुर रामानुजगंज जिला में किया था लेकिन अब तक इस आदेश का पालन नहीं किया गया है।

जानकारी के अनुसार राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अवर सचिव विजय कुमार चौधरी ने 30 सितंबर 2022 को एक आदेश क्रमांक एफ.1/15/2022 सात.-3 जारी एक साथ 8 सहायक अधीक्षक भू. अभिलेख और एक अधीक्षक का तबादला किया था। इस सूची में कलेक्टर भू. अभिलेख शाखा कोरबा में पदस्थ सहायक अधीक्षक भूपेन्द्र बंजारे का भी नाम था और उन्हें जिला बलरामपुर रामानुजगंज स्थानांतरित किया गया था। जानकारी के अनुसार अवर सचिव के इस आदेश का अब तक पालन नहीं किया गया है। सहायक अधीक्षक भूपेन्द्र बंजारे अभी भी कोरबा में ही रहकर कार्य कर रहे हैं। इस सम्बन्ध में एक आश्चर्यजनक जानकारी यह सामने आई है कि तबादला आदेश जारी होने के बाद कलेक्टर कोरबा ने सहायक अधीक्षक भूपेन्द्र बंजारे को एक आदेश जारी कर बरपाली तहसील के साथ साथ भैसमा उप तहसील का भी अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया। कलेक्टर कोरबा ने पत्र पृ.क्रमांक/12224/ वित्त.1/2022 दिनांक 12/10/ 2022 को उक्ताशय का आदेश जारी किया है। सहायक अधीक्षक भू अभिलेख भूपेन्द्र बंजारे अभी बरपाली और भैसमा दोनों स्थानों के प्रभार में हैं।

मजे की बात यह है कि इसी अवधि में सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव डी डी सिंह ने स्थानांतरण आदेश के क्रियान्वयन नहीं होने को लेकर एक पत्र क्रमांक एफ 3/11/2015/1-4 नया रायपुर अटल नगर दिनांक 03 अक्टूबर 2022 जारी कर सभी भार साधक सचिव और कलेक्टर्स से तबादला आदेश का पालन नहीं किये जाने के मामलों की जानकारी संकलित कर 06 अक्टूबर 2022 था सामान्य प्रशासन विभाग को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था। उन्होंने पत्र में स्पष्ट लिखा था कि कई विभागोंध् जिलों में स्थानांतरण आदेश का क्रियान्वयन नहीं हुई है या तो भार मुक्त नहीं किये गए हैं या कार्यभार ग्रहण नहीं कराए गए हैं। इसे शासन ने गंभीरता से लिया है।

अब कोरबा जिले से सहायक अधीक्षक भू. अभिलेख भूपेन्द्र बंजारे के स्थानांतरण आदेश का क्रियान्वयन नहीं होने की जानकारी सचिव सामान्य प्रशासन विभाग को दी गई थी या नहीं यह तो जिला प्रशासन ही जाने, लेकिन सामान्य प्रशासन विभाग ने भी इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कि है, जो तबादलों को लेकर विभिन्न विभागों, राजस्व विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग को सवालों के कटघरे में खड़ा करता है और उस चर्चा को बल देता है जिसमें राज्य में तबादला उद्योग चलने का आरोप लगाया जाता है। खास बात तो यह भी है कि प्रदेश के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री के गृह जिले में यह गंभीर अनियमितता बरती जा रही है। बड़ी बात यह भी कि उक्त गड़बड़ी राजस्व मंत्री के विभाग में ही की गई है। राजस्व विभाग के अवर सचिव के आदेश को दर किनार कर दिया गया है।

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