चेम्बर ऑफ कॉमर्स ने की नाप तौल निरीक्षक पालसिंह डहरिया को निलंबित करने का मांग

तीन दिनों के भीतर मांग पूरी नहीं होने पर नगर बंद सहित पूरे जिले में चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी

कोरबा 29 अप्रैल। जिला चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष रामसिंह अग्रवाल ने विधिक माप विज्ञान ( नाप तौल ) विभाग के निरीक्षक पालसिंह डहरिया पर कई संगीन आरोप लगाते हुए उन्हें तत्काल निलंबित करने की मांग की है। साथ ही तीन दिनों के भीतर मांग पूरी नहीं होने पर नगर बंद सहित पूरे जिले में चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी दी गई है।

चेम्बर अध्यक्ष रामसिंह अग्रवाल ने मीडिया से चर्चा में कहा कि नापतौल निरीक्षक पालसिंह डहरिया के सम्पूर्ण कार्यकाल की जांच की जानी चाहिए। उनके खिलाफ अनेक गंभीर मामले सामने आएंगे।उन्होंने बताया कि इस सम्बंध में चेम्बर की ओर से आज कोरबा कलेक्टर श्रीमती रानू साहू को ज्ञापन सौंपा गया है जिसमें पालसिंह डहरिया को तत्काल निलंबित करने, श्री नारायण पार्वती धर्मकांटा के संचालक और अन्यों के खिलाफ उरगा पुलिस थाना में दर्ज झूठी रिपोर्ट को निरस्त करने और निरीक्षक पालसिंह डहरिया को सेवा से बर्खास्त करने का प्रस्ताव शासन को भेजने की मांग की गई है।

उन्होंने कलेक्टर कोरबा को सौंपे गए ज्ञापन की प्रतिलिपि जिला पुलिस अधीक्षक कोरबा को भी दी है। साथ ही मीडिया को भी ज्ञान की प्रतिलिपि उपलब्ध कराई है, जिसका मूल पाठ इस प्रकार है-

चेम्बर ऑफ कॉमर्स ने अपने ज्ञापन में कहा है कि जिला कोरबा छत्तीसगढ़ में विधिक माप विज्ञान (नापतौल) विभाग में पदस्थ निरीक्षक पालसिंह डहरिया द्वारा अपने अधिकारों का दुरूपयोग करते हुए जिले के व्यापारियों को डरा- धमकाकर अवैध वसूली और भयादोहन करना आम बात हो गयी है। अभी तत्कालीक घटना श्री नारायण पार्वती धर्मकांटा के सत्यापन के लिए दो लाख रूपयों की रिश्वत मांगने एवं पुलिस थाना उरगा में झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने का सामने आया है।

  1. धर्मकांटा संचालक ने दिनांक 27/11/2021 को धर्मकांटा संचालन के लिए ई.चालान के जरिये तीन हजार रूपए का भुगतान किया था।
  2. धर्मकांटा संचालक ने दिनांक 25/03/2022 को उपरोक्त तीन हजार रूपये जमा करने का उल्लेख करते हुए धर्मकांटा के सत्यापन के लिए ऑन लाईन आवेदन किया था।
  3. इसके पश्चात दिनांक 12/04/2022 को नापतौल निरीक्षक पालसिंह डहरिया द्वारा श्री नारायण पार्वती धर्मकांटा पहुंचकर रसीद नम्बर 418/ 47 केजरिये सात हजार रूपये की राशि पुनः जमा करायी गयी।
  4. नापतौल निरीक्षक पालसिंह डहरिया दिनांक 25/04/ 2022 को धर्मकांटा पहुंचे। जहां उन्होंने धर्मकांटा संचालक से सत्यापन के बदले दो लाख रूपयों के रिश्वत की मांग की, लेकिन संचालक ने रिश्वत देने से इनकार कर दिया।
  5. धर्मकांटा संचालक द्वारा रिश्वत नहीं देने पर नापतौल निरीक्षक पालसिंह डहरिया द्वारा मौके पर अश्लील गाली गलौच की गयी। संचालक एवं मौके पर उपस्थित अन्य कर्मचारियों के साथ धक्का- मुक्की की गयी। धर्मकांटा का
    मॉनिटर निकालकर अपने साथ ले जाया गया। इतना ही नहीं धर्मकांटा संचालक और अन्यों के खिलाफ उरगा पुलिस थाना में झूठी रिपोर्ट दर्ज करायी गयी।
  6. नापतौल निरीक्षक पालसिंह डहरिया के द्वारा दिनांक 26/04/2022 को श्री नारायण पार्वती धर्मकांटा का सत्यापन करना बताया जा रहा है जिसमें उन्होंने चार बिन्दुओं पर धर्मकांटा का असत्यापित होने का कारण दर्शाया गया है।
    • तौल यंत्र की अधिकतम क्षमता का 10 प्रतिशत अथवा 01 टन (जो भी कम हो) के सत्यापित और मुंद्राकित बॉट नहीं है।
    • तौल यंत्र की अधिकतम क्षमता के बराबर डमी भार (बॉट अथवा लदानयुक्त ट्रक इत्यादि के रूप में) नहीं है।
    • सत्यापन हेतु बॉट इत्यादि को रखने एवं उतारने के लिए यांत्रिक अथवा श्रमिकों की समुचित व्यवस्था नहीं है।
    • आवेदन पत्र में अंकित जानकारी भौतिक सत्यापन के समय सही नहीं पाई गयी।
  7. नापतौल निरीक्षक पालसिंह डहरिया ने धर्मकांटा के जिस मॉनिटर को 25/04/ 2022 को जप्त किया था, उसका उपरोक्त सत्यापन की कार्यवाई में कहीं उल्लेख नहीं किया गया है। दिनांक 25/ 04/ 2022 को विवाद होने के बाद 26/04/2022 को निरीक्षक द्वारा सत्यापन की कार्रवाई करना और धर्मकांटा को असत्यापित करना निरीक्षक के अवैधानिक क्रियाकलापों का स्वयं में प्रमाण है।
  8. नापतौल निरीक्षक पालसिंह डहरिया कोरबा से पहले जांजगीर चाम्पा जिले में पदस्थ रह चुके है। वहां भी इनके द्वारा अवैध रूप से वसूली की शिकायतें आये दिन सुनने में आती थी। इनके द्वारा व्यापारियों से दुर्व्यवहार करना सामान्य बात थी।
  9. नापतौल निरीक्षक पालसिंह डहरिया कोरबा से पहले रायगढ़ में पदस्थ थे। वहां भी इनके द्वारा व्यापारियों को डराया धमकाया और दुर्व्यवहार किया जाकर भयादोहन किया जाता था। यहां तक की नापतौल निरीक्षक पालसिंह डहरिया द्वारा अपने विभाग के कर्मचारियों के साथ भी दुर्व्यवहार किया जाता था।इस बात की शिकायत विभागीय कर्मचारियों ने कलेक्टर और विभाग के अन्य उच्च अधिकारियों से की थी। इनके खिलाफ चक्रधर नगर पुलिस थाना रायगढ़ में भी शिकायत की गयी थी। इसकी पेपर कटिंग संलग्न है।
  10. नापतौल निरीक्षक पालसिंह डहरिया को शासन के आदेशों और नियम कानूनों का भी भय नहीं रहता। यहीं वजह है कि कोरोना काल में लॉक- डाउन के बीच ये रायगढ़ से कोरबा जिला के अपने गृह ग्राम गोढ़ी आते-जाते थे। इस अवैध कृत्य के दौरान रायगढ़ जिला की सीमा पर पुलिस बल ने इन्हे रोका तो उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया गया था, जिसके बाद उनके खिलाफ पुलिस में एफआईआर
    दर्ज करायी गयी थी। पेपर कटिंग संलग्न है।
  11. वर्तमान में कोरबा में पदस्थापना के दौरान नापतौल निरीक्षक पालसिंह डहरिया द्वारा अवैध वसूली और व्यापारियों से भयादोहन की शिकायत लगातार प्राप्त हो रही है। इसका ताजा उदाहरण कांटाघर का प्रकरण है।
  12. पूर्व में नापतौल विभाग द्वारा प्रति तीन माह में शिविर लगाकर कांटा बॉट आदि का सत्यापन किया जाता था। परन्तु कोरबा में निरीक्षक पालसिंह डहरिया की पदस्थापना के बाद शिविर लगाना बंद कर दिया गया है। साथ ही लोगों की दुकानों में जाकर छोटे-बड़े व्यापारियों, सब्जी दुकानदारों और अन्य व्यावसायियों को डरा-धमका कर उनका भयादोहन करने की शिकायतें लगाकर मिल रही है।
  13. नापतौल निरीक्षक पालसिंह डहरिया दुकानों में कथित कार्रवाई के लिए जाते हैंं तब उनके साथ सात-आठ की संख्या में गैर विभागीय व्यक्ति और असामाजिक तत्व उपस्थित रहते है जिससे व्यापारी आतंकित हो जाते है तथा
    व्यापारी भयभीत होकर निरीक्षक की अनुचित मांगों को पूरा करने के लिए मजबूर हो जाते है। अतःआपसे सादर प्रार्थना है कि नापतौल निरीक्षक पालसिंह डहरिया की गैर-कानूनी गतिविधियों को देखते हुए उन्हें तत्काल निलंबित किया जाए। साथ ही उरगा पुलिस थाना में श्री नारायण पार्वती धर्मकांटा संचालक एवं अन्य के विरूद्ध दर्ज करायी गयी झूठी एफ आई आर को निरस्त किया जाए। इसके अलावे नापतौल निरीक्षक पालसिंह डहरिया के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई का प्रस्ताव शासन को भेजा जाए। उपरोक्त मांगों को तीन दिवस के भीतर पूरा नहीं किये जाने पर जिला चेम्बर ऑफ कामर्स कोरबा नगर बंद सहित जिले भर में चरणबद्ध आन्दोलन के लिए बाध्य होगा।
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