टीएसआर के जवानों को कोयला खदान में दी जा रही सुरक्षा की जिम्मेदारी

कोरबा 23 दिसंबर। त्रिपुरा स्टेट राइफल टीएसआर की 122 जवानों की एक कंपनी और एसईसीएल को मिल गई है। बुधवार को जवान बिलासपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे। इन जवानों को कुसमंडा खदान में पदस्थ किया जाएगा। इस टुकड़ी के आने के बाद खदान में जवानों की संख्या बढ़कर 257 हो जाएगी। टीएसआर से कुल 360 जवान कुसमुंडा खदान को मिलना है।

साउथ इस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड एसईसीएल, की कुसमुंडा कोयला खदान की सुरक्षा के लिए टीएसआर के सशस्त्र जवानों को कोयला खदान के अंदर की सुरक्षा की जवाबदारी दी जा रही है। यहां डीजल, लाखों का स्क्रेप की चोरी खदान के अंदर घुस कर चोर रोजाना कर रहे हैं। इसे रोक लगाने के लिए ही प्रबंधन ने कड़े कदम उठाना शुरू किया है। सबसे पहले 35 टीएसआर जवानों की टुकड़ी कुसमुंडा पहुंची। इसके बाद तीन अक्टूबर को सौ और जवानों की टुकड़ी पहुंची। सभी जवानों को खदान में ड्यूटी पर तैनात किया गया है। टीएसआर के शत प्रतिशत आर्म्सगार्ड होंगे, इनमें 85 फीसदी एक्स सर्विसमैन हैं और इन्हें खदान के बाहर के साथ ही अंदर व बारूद रखने के स्थान मैग्जिन की भी सुरक्षा का जिम्मा दिया जाएगा। वर्तमान में एसईसीएल के विभागीय सुरक्षा कर्मी के अलावा 113 होमगार्ड भी खदान के सुरक्षा में लगे हैं। इसके साथ ही कुसमुंडा में पहले से केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल सीआइएसएफ के जवान तैनात हैं।

वर्तमान में सीआइएसएफ के जवानों को केवल खदानों के बेरियरए बारूद भंडारण स्थल मैग्जिन में तैनात किया गया है। टीएसआर के कुल 1007 जवानों की तैनाती एसईसीएल की विभिन्न खदानों में की जाएगी। इसमें कुसमुंड़ा खदान में 360 जवान तैनात होंगे। इसके साथ ही केंद्रीय कर्मशाला कोरबा, स्टोर, उत्खनन कर्मशाला, मानिकपुर, सराईपाली कुल सौ जवान रहेंगे। इसके साथ ही रायगढ़ में 220, विश्रामपुर, बैकुंठपुर, भटगांव, चिरमिरी में 70-70 जवानों की तैनाती की जाएगी। द्वितीय चरण में गेवरा व दीपका टीएसआर की तैनाती की जाएगी। बताया जा रहा है कि आगामी दिनों में आने वाले टीएसआर के जवानों को रायगढ़ क्षेत्र में पदस्थ किया जाएगा।

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