काम पर वापस लेने की मांग को लेकर संयंत्र के सामने किया धरना प्रदर्शन

कोरबा 7 दिसंबर। हसदेव ताप विद्युत संयंत्र एचटीपीपी विस्तार परियोजना कार्यरत 36 मजदूरों को काम से निकालने पर रोजाना संयंत्र के समक्ष धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। प्रबंधन ने 14 मजदूरों को काम पर रखने का आश्वासन दिया, पर सभी मजदूरों को काम पर रखने की मांग की जा रही। विद्युत कर्मचारी संघ फेडरेशन व प्रबंधन के मध्य हुई बैठक में सहमति नही बन सकी। इस पर मजदूर अब उग्र आंदोलन की तैयारी में जुट गए हैं।

एचटीपीपी विस्तार परियोजना 500 मेगावाट के सीएचपी इंटरनल में आठ वर्षो से मजदूर कार्य कर रहे थे। अभी तक इन मजदूरों की योग्यता नहीं पूछी गई और नहीं आइटीआइ प्रमाण पत्र मांगा गया। जुलाई माह में ठेका बदलने के बाद भी नई कंपनी के अधीन मजदूर कार्य करते रहेए पर नवंबर माह में एकाएक कंपनी ने 36 मजदूरों का गेटपास का नवीनीकरण नहीं कराया। इस पर सभी मजूदर काम से बाहर हो गए। विरोध करने पर ठेका कंपनी व विद्युत कंपनी प्रबंधन ने आइटीआइ पात्रता की अनिवार्यता बता दी। इसके बाद मजदूर संयंत्र के समक्ष धरना. प्रदर्शन कर रहे हैं। सोमवार को भी परिवार समेत मजदूरों ने धरना देकर प्रदर्शन किया। इन मजदूरों की समस्या को लेकर विद्युत कर्मचारी संघ फेडरेशन एक के महासचिव आरसी चेट्टी ने प्रबंधन को पत्र लिखकर सभी को काम पर रखने की मांग की। साथ ही कहा कि गेट पास नहीं बनाया जाता है तो मंगलवार को धरना प्रदर्शन के साथ उग्र आंदोलन किया जाएगा।

इस पर संयंत्र के मुख्य अभियंता एसके कटियार ने यूनियन के साथ चर्चा करते कहा कि आईटीआई पात्रता होने की वजह से केवल 14 मजदूरों को काम पर रखा जाएगा। इसके साथ ही 10 वीं होने व काम की अनुभव होने वाले मजदूरों को प्राथमिकता दी जाएगी। शेष नौ मजदूरों को दीगर काम दिया जाएगा। इस पर महासचिव चेट्टी ने आपत्ति जताते कहा कि आठ वर्ष से काम कर रहे मजदूरों से कभी योग्यता नहीं पूछी गई। नया ठेका आबंटन जुलाई माह में हुआ है और नवंबर में मजदूरों को पृथक किया जा रहा है। इससे स्पष्ट है कि अवैधानिक तौर पर छंटनी की जा रही है। उन्होंने कहा कि सभी मजदूरों को काम पर रखा जाए।

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