एसईसीएल कानून वापस ले, भूमि अधिग्रहण की एवज में भू-विस्थापितों को दे रोजगार

कोरबा 21 नवम्बर। भूमि अधिग्रहण की एवज में रोजगार दिए जाने की मांग को लेकर भू. विस्थापित किसानों का अनिश्चितकालीन लगातार जारी है। इस दौरान किसान सभा के जिला सहसचिव दीपक साहू ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चे की अगुवाई में ऐतिहासिक आंदोलन हुआ और किसानों ने सरकार को किसान विरोधी कानूनों को वापस लेने पर मजबूर किया।

साउथ इस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड एसईसीएल की कुसमुंडा खदान के प्रभावितों द्वारा समस्या के निराकरण को लेकर आंदोलन कर रहे है। प्रबंधन के एक माह के भीतर समस्या निराकरण का आश्वासन दिया था, पर भू-विस्थापितों ने आश्वासन पर भरोसा नहीं जताया। उनका कहा है कि अपनी जमीन खोने के बाद भी किसान रोजगार के लिए भटक रहे हैं। कुसमुंडा महाप्रबंधक कार्यालय के सामने रोजगार एकता संघ के बैनर तले धरना जारी है। धरना के 20 वें दिन कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा के बाद भू विस्थापितों ने किसानों की जीत बता आंदोलन को और तेज करने का संकल्प लिया। इस दौरान माकपा जिला सचिव प्रशांत झा ने कहा कि किसानों की इस जीत से भू-विस्थापितों के आंदोलन को नई उर्जा मिली है, जिस प्रकार किसानों ने कानून वापस लेने पर मजबूर किया है, वैसे ही भू-विस्थापित किसान भी एसईसीएल के कानूनों को बदलने के लिए लंबी लड़ाई के लिए तैयार रहे। धरना को किसान सभा के जवाहर सिंह कंवर, जय कौशिक, रोजगार एकता संघ के अध्यक्ष राधेश्याम कश्यप, दामोदर, अमरपाल,रेशम ने भी संबोधित किया। इस दौरान प्रमुख रूप से पुरषोत्तम कौशिक, मोहनलाल कौशिक,बलराम, हरि कैवर्त, दीनानाथ कौशिक, चंद्रशेखर, अश्वनी,पंकज, सनत कुमार, नारायण, सहोरिक,बजरंग सोनी,अशोक साहू,दीपक,रघु,हरियर के साथ बड़ी संख्या में भू-विस्थापित उपस्थित थे।

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