जिले में 12878 विद्यार्थियों को मिली परीक्षा सामाग्री, 6 जून को उत्तर पुस्तिकाएं होगी जमा

कोरबा 1 जून। माध्यमिक शिक्षा मंडल के द्वारा 10वीं की बोर्ड परीक्षा लिये बिना विद्यार्थियों को आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर उत्तीर्ण करने के साथ अगली कक्षा में क्रमोन्नत कर दिया गया। लेकिन कक्षा 12वीं के मामले में ऐसा नहीं है। इस कक्षा के विद्यार्थियों को हर हाल में परीक्षा देना होगा। शिक्षा मंडल नए पैटर्न में इनकी परीक्षा ले रहा है। जिले में नियमित और स्वाध्यायी 12878 विद्यार्थियों को परीक्षा सामाग्री अंतिम रूप से प्रदाय की जा रही है। प्रश्नों को हल करने के साथ 6 जून को हर हाल में उत्तर पुस्तिकाएं अपनी संस्था में जमा करनी होगी।

पूरे प्रदेश के लिए एक जैसी व्यवस्था माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए निर्धारित की है। कोविड प्रोटोकॉल और इसके खतरों को ध्यान में रखते हुए इस बार की परीक्षाएं विद्यालयों के बजाय विद्यार्थी अपने घर पर देंगे। विद्यालयों के स्तर से पंजीकृत विद्यार्थियों को प्रश्न पत्र और उत्तरपुस्तिकाओं का बंडल एक साथ उपलब्ध करा दिया गया है। अंतिम रूप से आज इस प्रक्रिया को पूरा किया गया। अलग-अलग समूह में छात्रों को बांटने के साथ उन्हें सूचना देकर विद्यालय बुलवाया गया और सामाग्री प्रदाय की गई। कक्षा 12वीं में सभी संकायों के लिए 5 विषय तय हैं। उक्तानुसार सामाग्री दी गई है। कुछ मामलों में वैकल्पिक विषय भी हैं और इन्हें एच्छिक रूप से विद्यार्थियों ने दिया लेकिन इनके नंबर मुख्य परीक्षा में नहीं जुडऩे हैं। शिक्षा विभाग से प्राप्त सूचनाओं में बताया गया कि ओपन बुक पैटर्न से इस बार की परीक्षा विद्यार्थी दे सकेंगे। कुल मिलाकर उन्हें 5 दिन का समय इस प्रक्रिया के लिए दिया जा रहा है। हर हाल में सभी विद्यार्थियों की उत्तरपुस्तिका 6 जून को उनकी संस्था में जमा कराई जानी है। सर्व संबंधितों को इस बारे में अवगत करा दिया गया है। जिले के सभी विद्यालयों के स्तर पर गोपनीय सामाग्री जमा होने के साथ वहां के प्रभारी इसे पैक करेंगे और समन्वय संस्था शासकीय साडा कन्या गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल कोरबा को भेजेंगे। उपरोक्तानुसार शिक्षा मंडल की गाइड लाइन के हिसाब से आगे की प्रक्रियाओं को संपादित किया जाएगा।

अब तक की स्थिति में यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि 12वीं बोर्ड की उत्तरपुस्तिकाओं को मूल्यांकन आखिरकार कहां और कैसे होगा। इस संबंध में बोर्ड की ओर से निर्देशिका प्राप्त नहीं हुई है। जैसे ही निर्देश उपलब्ध होंगेए उसके हिसाब से आगे निर्णय लिये जाएंगे और काम किया जाएगा। पूर्व के वर्षों में जिलों की कापियां बोर्ड से प्राप्त होने वाले कोड के आधार पर संबंधित जिलों को भेजी जाती थी और फिर वहां अधिकृत मूल्यांकन केंद्र में इन्हें जांचा जाता था। अगले क्रम में अंक तालिका बनाकर उपर भिजवाई जाती थी और फिर परिणाम तैयार होते थे।

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