सुदूर गांव में खुली मिली राशन-कपड़े की दुकान

कोरबा 16 अप्रैल। ग्रामीण क्षेत्र में लाकडाउन के नियम लाक पर दुकानदारी खुलेआम जारी है। सुदूर गांवों में राशन व जरूरत की केवल अन्य खाद्य सामग्री ही नहीं, गर्मी से राहत के लिए कोल्ड्रिंक और यहां तक कि कपड़े की दुकान भी खुले पाए गए। इन क्षेत्रों में प्रोटोकाल का पालन सुनिश्चित करने किए गए निरीक्षण के दौरान यह बात पकड़ में आई। दस से ज्यादा दुकानों में नियमों का उल्लंघन करते पाए जाने पर संचालकों पर जुर्माने की कार्रवाई की गई है।

जिला प्रशासन की ओर से कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए लाकडाउन घोषित कर रखा है। जिला मुख्यालय की बात करें तो लाकडाउन का पालन लगभग प्रभावी ढंग से किया जा रहा है। शहर व उपनगरों में संस्थानों के शटर डाउन हो चुके हैं। पर जिला मुख्यालय से बाहर सुदूर वनांचलों के ग्रामीण क्षेत्रों में निकलने पर नियम टूटते भी नजर आ रहे। इसी क्रम में राजस्व विभाग एवं खाद्य एवं औषधि प्रशासन की संयुक्त टीम ने वनांचल क्षेत्र में दौरा कर निरीक्षण किया। अनेक क्षेत्रों में विभिन्ना सामग्री की दुकानें खुली व खुलकर संचालित करते पाए गए। इनमें राशन व अन्य खाद्य सामग्रियों के अलावा कपड़े की दुकानों पर भी खरीदी.बिक्री करते पाया गया। लाकडाउन लागू होने के बाद भी संचालित दुकानों पर जुर्माने की कार्रवाई की गई है। गुरूवार को राजस्व विभाग, खाद्य विभाग एवं खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम की संयुक्त कार्रवाई में नायब तहसीलदार सोनू अग्रवाल व मनहरण राठिया, खाद्य निरीक्षक शुभम मिश्रा व हरीश सोनेश्वरी और खाद्य सुरक्षा अधिकारी आरआर देवांगन व विकास भगत शामिल रहे।

दस दुकानों में ठोंका गया 20 हजार जुर्मानाः- गुरूवार को निरीक्षण व जांच के बाद की गई जुर्माने की कार्रवाई में दस दुकानों के संचालक दुकान संचालित करते पकड़े गए। इन पर कुल 20 हजार रुपये का जुर्माना आरापित किया गया है। यह जांच कार्रवाई सुदूर वनांचल क्षेत्र स्थित ग्राम बरपाली, कोरकोमा, जिल्गा व कुदमुरा समेत अन्य में की गई। इन गांवों में लाकडाउन के नियमों के विपरीत दुकान खोलने एवं महामारी नियंत्रण के लिए शासन-प्रशासन से जारी किए गए कोविड प्रोटोकाल का पालन नहीं करने की वजह से चालान किया गया एवं नियमों का पालन करने की हिदायत दी गई।

दुकानदारों को चेतावनी दी गई कि अगर लाकडाउन की अवधि में कोई भी दुकान खुला पाया गया तो उनके खिलाफ कठोरता से पेश आया जाएगा और दुकान सील करने की कार्रवाई की जाएगी। सभी को घर के भीतर रहने, आपात जरूरत पर मास्क लगाकर बाहर निकलने, शारीरिक दूरी के नियम का पालन करने के लिए जागरूक भी किया गया। लाकडाउन की अवधि में दुकानें न खोलने, खुद भी घर के भीतर रहने और लाकडाउन के नियमों का अक्षरशः पालन करने की समझाइश दुकान संचालकों और वहां मौजूद ग्राहकों को दी गई।

जांच के दौरान कई ग्रामीणों को बिना मास्क के भी घूमते देखा गया और उन्हें भी सख्ती से दिशा-निर्देशों का पालन करने की समझाइश देते हुए चालानी कार्रवाई की गई। लाकडाउन के पीछे सबसे प्रमुख बात यही होती है कि लोगों के पास घर से बाहर निकलने का कोई कारण न रहे। इनमें हाट-बाजार की सब्जी, चौपाटी में चाट,समोसा, चौराहे ही चाय जैसे बहाने शामिल हैं। यहां आकर अपना सामान लेने की होड़ में लोग शारीरिक दूरी के नियम तोड़ देते हैं। टीम ने कार्रवाई के साथ संचालकों व आम लोगों को लाकडाउन के लिए निर्धारित नियमों में बंध जाने और उनका पालन करने भी कहा।

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