कोरबा जिले के मानगुरु पहाड़ में मिला इम्युनिटी बूस्टर का खजाना, खिले बिरहुल के फूल

कोरबा 5 मार्च। जिले के तहसील मुख्यालय कटघोरा से 10 किमी की दूरी पर स्थित मानगुरु पहाड़ अपने प्राचीनतम गुफा के लिए जाना जाता है। इन दिनों इस पहाड़ पर इम्युनिटी बढ़ाने का खजाना बिरहुल फूल खिले हैं। जिले केआदि निवासी सदियों से इस फूल की सब्जी खाकर अपना इम्युनिटी बढ़ाते रहे हैं, कोरोना काल में देश- दुनिया में इम्यूनिटी बढ़ाने को लेकर बाजारो में दवाएं लांच की है, इसका मूल्य भी बाजार में अधिक है।

साबुन से लेकर भोजन तक इम्यूनिटी बढ़ाने का उत्पाद आ कारोबार करोड़ों रुपए का है। वहीं दूसरी ओर बाजारवाद से दूर आदिवासी अपने इम्युनिटी बढ़ाने के लिए अपने परंपरागत बिरहुल फूल का इस्तेमाल कर रहे हैं, बिरहुल फूल मानगुरु पहाड़ की तराई में देखी गई है। आदिवासी जंगलों में झाड़ीनुमा पौधे पर खिले बिरहुल फुल का संग्रहण कर रहे हैं। आदिवासी बिरहुल फुल की सब्जी बना कर खा रहे हैं। आदिवासियों का दावा है कि बिरहुल फुल औषधि पौधा है।

यह दुर्लभ भी है, कोरबा जिले की जंगल में पहले बहुत मात्रा में यह फुल मिलती थी लेकिन औद्योगिकरण और अवैध वन कटाई से बिरहुल फूल तेजी से खत्म हो रहे हैं, मानगुरु पहाड़ के जंगलों में अभी भी बिरहुल फूल की मौजूदगी आकर्षित कर रही है। आदिवासियों का यह भी कहना है कि यह फुल इम्युनिटी से भरा हुआ खजाना है.।

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