मुख्यमंत्री साय ने किया महतारी वंदन योजना ‘खुशियों का नोटिफिकेशन’ कहानी संग्रह का विमोचन
राज्य की महतारियों की वास्तविक कहानियों को दिया गया है रचनात्मक स्वरूप
हर वर्ग की महिलाओं की आप-बीती का भी है समावेश
रायपुर 15 अगस्त 2024. मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज स्वाधीनता दिवस के मौके पर जनसंपर्क विभाग द्वारा राजधानी रायपुर के टाउन हॉल में आयोजित प्रदर्शनी के अवलोकन के दौरान ‘खुशियों का नोटिफिकेशन’ पुस्तिका का विमोचन किया। यह पुस्तिका प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी के बाद छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा लागू की गई महतारी वंदन योजना पर आधारित है। इस पुस्तिका की खासियत यह है कि पुस्तिका में सच्ची कहानियों का प्रस्तुतीकरण रचनात्मकता के साथ रोचक अंदाज में किया गया है। पुस्तिका का विमोचन करने के पश्चात मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि जनसंपर्क विभाग का यह अभिनव प्रयोग लोगों को पसंद आएगा और वे रुचि लेकर इन कहानियों को पढ़ेंगे।
गौरतलब है कि महतारी वंदन योजना से प्रदेशभर में लाखों महिलाओं का जीवन सकारात्मक रूप से बदला है। इन बदलावों के बाद अनेक सुंदर कहानियां निकलकर सामने आ रही हैं। इन्हीं सुंदर कहानियों को ‘खुशियों का नोटिफिकेशन’ में कहानी के रूप में संग्रह कर शब्द रूप में पिरोया गया है। कहानियों का प्रस्तुतीकरण जीवंत रूप में करने की कोशिश की गई है जिसे पाठक उसी तरह से महसूस कर पाएंगे। ‘खुशियों का नोटिफिकेशन’ में संगृहीत कहानियां महिलाओं को मिले आर्थिक लाभ को ही नहीं बताती बल्कि यह सशक्तीकरण के प्रभाव को भी उजागर करती है। यह उन महिलाओं के साहस, धैर्य और सपनों की गाथा का प्रस्तुतीकरण है। इन कहानियों को पढ़कर लोग महसूस कर पाएंगे कि एक हजार रुपए प्रति माह की राशि भी अनेक सपनो को साकार करने स्वतंत्रता का भाव जगाने और घर तथा समुदाय की परिस्थिति को सकारात्मक रूप से बदलने का साधन बन सकता है। पुस्तिका के पन्ने पलटते हुए पाठक पाएंगेे कि हर कहानी सांस्कृतिक और सामाजिक विशेषताओं को खुद में समाहित किए हुए हैं जो असल दृश्य, ध्वनि और भावनाओं को जीवंत करती है। ‘खुशियों का नोटिफिकेशन’ के विमोचन के दौरान मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के साथ मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी.दयानंद, डॉ. बसवराजू एस., जनसंपर्क आयुक्त श्री मयंक श्रीवास्तव, अपर संचालक श्री उमेश मिश्रा, श्री संजीव तिवारी, श्री आलोक देव एवं जनसंपर्क विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी विशेष रूप से मौजूद रहे।