कलेक्टर अजीत वसंत ने बताया शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के विकास को अपनी प्राथमिकता
कोरबा 14 जुलाई। जनता और शासन के बीच सामंजस्य बनाकर जिले के शहरी और ग्रामीण अंचलों का विकास करना ये पहली प्राथमिकता रहती है। हमने अपने कार्यों में आम लोगों को शासन की योजनाओं का लाभ मिले इसे प्राथमिकता से शामिल किया है। जनता और शासन के बीच आपसी संवाद बना रहे दूरियां न रहे ये हमारी कार्यशैली का उद्देश्य है। कोरबा शहर का औद्योगिक विकास करना उसे मॉडल रूप देना हमारे प्रमुख कार्यों में शामिल है।
उक्त बातें कलेक्टर अजीत वसंत ने शनिवार को प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में पत्रकारों से चर्चा के मध्य कही। उन्होंने कहा कि शहर के समुचित विकास और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को विकास की धारा से जोड़ा जाए प्रशासन इस दिशा में कार्य कर रहा है। कोरबा जिला प्रदेश के अन्य जिलों से अलग है, यहां औद्योगिक विकास पहले हुआ और आबादी बाद में बसी। खदानों के पास आबादी, संयंत्रों के पास आबादी का बसना यह उन्होंने यहा देखा है। कोरबा शहर को एक मॉडल रूप देना और अधोसंरक्षना का कार्य करना इस दिशा पर योजना बनाई जा रही है। शहर के साथ-साथ उसके आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों को भी मुख्य रूप से अधोसंरचना विकास में शामिल किया जाएगा। अभी तक उन्होंने जिले के विकास को लेकर भ्रमण किया है और यह महसूस किया है कि बहुत से काम होना अभी बाकी है और उस पर योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जाना है। एसईसीएल की खदानों का विस्तार और भूविस्थापितों की समस्या उनके चुनौती है और वह एसईसीएल और प्रशासन के बीच लगातार इस दिशा पर कार्य कर रहे हैं।