सिरकी मोड़ पर वाहनों के जाम लगने से बढ़ी समस्या

कोरबा 16 जनवरी। जिले की सडकों को सहज, सुगम यातायात के लायक बनाने और लोगों को राहत देने के लिए व्यवस्था करने के दावों के बीच कोयलांचल दीपका में जाम लगने की समस्या एक तरह से अंतहीन होती जा रही है। सिरकी मोड़ पर हर दिन जाम लगने से भारी एवं सामान्य वाहनों के चालकों के साथ-साथ यहां से आवाजाही करने वाला वर्ग बेहद परेशान है। इस चक्कर में लोगों का टेंशन बढ़ रहा है।

एसईसीएल की दीपका माइंस से कोयला लेकर आगे जाने वाले वाहनों के लिए जो रास्ता दिया गया है, उसका एक प्वाइंट सिरकी मोड़ पर आकर निकलता है। यहां से ही दीपका और बिलासपुर के लिए मार्ग उपलब्ध कराया गया है। कोयला लोड भारी वाहनों की अधिकता और बेतरतीब व्यवस्था होने के नतीजन अक्सर सिरकी मोड़ पर जाम लग रहा है। यह कोई एक दिन की बात नहीं बल्कि हर रोज का किस्सा हो गया है। समस्या तब पेश आती है जब चालकों की गड़बड़ी से वाहन रास्ते पर फंस जाते हैं, ऐसे में आगे-पीछे चलने वाले अलग-अलग प्रकार के वाहनों को बीच में फंसकर रह जाना होता है। ऐसे में यहां घंटों जाम की स्थिति निर्मित होती है। बताया जा रहा है कि लंबे समय से यह मामला एसईसीएल के साथ-साथ परिवहन विभाग की जानकारी में है। कई अवसरों पर वाहनों चालकों के संगठन के साथ-साथ वाहन मालिकों की बैठक लेकर पुलिस ने उन्हें चेताया है कि पुराना रवैया बदलने के साथ सडकों पर नियम से चला जाए और इसकी आदत डाला जाए। बैठक में वादे पर अमल करने की बात दोहराई जरूर गई है लेकिन जमीन पर इसका असर होता नजर नहीं आ रहा है। कोयला लेकर निकलने वाले वाहन चालक अपने तरीके से चलने को लेकर अभ्यस्त हो गए हैं। इन कारणों से समस्याएं हल होने के बजाय और मजबूत होती जा रही है। कमोबेश यही स्थिति कोरबा से कुसमुंडा मार्ग पर बनी हुई है। दो महीने पहले दर्री सीएसपी ने फोरलेन पर उत्पन्न जाम की समस्या को लेकर वाहन मालिकों की बैठक में कहा था कि खदान में गेट नंबर-4 से ही वे प्रवेश करेंगे। स्थिति बिगडने पर पुलिस कार्रवाई करेगी।

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