दिन मे दो बार फोन कर ली जाएगी होम आईसोलेटेड मरीज के स्वास्थ्य की जानकारी.. देखभाल के लिए अटेंडेंट रखना जरूरी

कोरबा 07 सितंबर 2020. कोरोना संक्रमित होम आईसोलेटेड मरीज की 24 घंटे देखभाल के लिए उनके घर मे एक अटेंडेंट का होना जरूरी होगा। मरीज के अटेंडेंट का स्वास्थ्य अच्छा होना चाहिए और उसकी उम्र 24 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए। अटेंडेंट को डायबटिज, बीपी, हृदय रोग, अस्थमा, फेफड़ो या लीवर रोग जैसी बीमारी नही होना चाहिए। मरीज के अटेंडेंट को हमेशा फोन के माध्यम से जिले द्वारा नियुक्त स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के सम्पर्क में रहना अनिवार्य होगा। मरीज के सम्पर्क में आने के पूर्व अटेंडेंट को ट्रिपल लेयर मेडिकल मास्क प्रयोग करना अनिवार्य होगा। अटेंडेंट को मरीज की देखभाल करते समय मास्क और ग्लब्स का उपयोग करते हुए एक प्लास्टिक एप्रन का भी उपयोग करना होगा तथा एप्रन को हमेशा साफ रखना होगा और सोडियम हाइपोक्लोराइड साॅल्युशन से साफ करना होगा। मरीज को भोजन उनके कमरे के बाहर से ही दिया जाएगा खाना एक स्टुल या टेबल पर रखना होगा अटेंडेंट को यह ध्यान रखना जरूरी होगा कि भोजन देते समय मरीज के सीधे सम्पर्क में नही आए और हमेशा उनके प्लेट, चम्मच और बर्तनों को सम्भालते समय डिस्पोजेबल ग्लब्स का उपयोग करें। मरीज द्वारा उपयोग किए जाने वाले बर्तनो को साबुन या डिटर्जेंट से साफ किया जाएगा और उन्हे साफ करते वक्त ग्लब्स पहनना होगा।
होम आईसोलेशन प्रोटोकाॅल के अनुसार मरीज के कमरे, बाथरूम और शौचालय की सतहों को सैनेटाइज करना आवश्यक होगा। सफाई करने के लिए साबुन या डिटर्जेंट का उपयोग किया जाएगा इसके बाद एक प्रतिशत हाइपोक्लोराइड साॅल्युशन से डिसइंफेक्ट किया जाएगा। आईसोलेटेड मरीज के अटेंडेंट को प्रतिदिन उनके शरीर के तापमान के साथ अपने स्वास्थ्य की निगरानी भी करना होगा। अगर अटेंडेंट मे कोरोना के किसी भी लक्षण जैसे बुखार, खांसी, सांस लेने मे कठिनाई महसूस होते हैं तो इसकी सूचना तुरंत फोन के माध्यम से स्वास्थ्य टीम को देना होगा। मरीज के परिवार के अन्य सदस्य को किसी भी स्थिति मे मरीज से दूरी बनाकर रहना अनिवार्य होगा।

Spread the word