वात्सल्य के बजाय क्रूरता, पांच दिन के दूधमुंही बच्ची का हाथ-पैर काटकर मां फरार
कोरबा 07 सितम्बर। नवजात के प्रति मां का वात्सल्य का उमडऩा स्वाभाविक होता है और वे अपने स्तर पर बेहद सहजता से इसे प्रदर्शित भी करती हैं। ऐसे में कोई कल्पना नहीं कर सकता कि शिशु के साथ कोई मां निर्दयी व्यवहार भी कर सकती है। लेकिन ऐसा हुआ है कोरबी चौकी क्षेत्र में। वहां पांच दिन के बच्चे के हाथ-पैर काटकर मां फरार हो गई। इस घटना ने आसपास के लोगों को चौकाया है। पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है।
जानकारी के अनुसार पसान पुलिस थाना के अंतर्गत कोरबी चौकी क्षेत्र से यह मामला सामने आया है। कोरबा जिला मुख्यालय से लगभग 90 किमी दूर स्थित सलाईगोट भुजंगकछार में इस घटना को जिसने भी सुना उसकी रूह कांप गई। बताया गया कि 6 सितंबर की रात्रि को सलाइगोट में रहने वाले मोतीराम और उसकी पत्नी कौशल्या बैगा ने भोजन किया और अपने कक्ष में सो गए। सुबह लगभग 4 बजे निर्दयता की पराकाष्ठा तब हो गई जब कौशल्या ने अपनी 5 दिन क दूधमुंही बच्ची के हाथ-पैर को बुरी तरह से दांत से काट दिया। उसे लहूलुहान करने के साथ निर्मोही माता यहां से भाग खड़ी हुई। मामले की जानकारी परिजनों को तब हुई जब उन्होंने शिशु को रोते हुए पाया। माजरा क्या है यह समझने के लिए उस कक्ष में पहुंचे जहां कौशल्या और उसका शिशु मौजूद था। बालिका की स्थिति देखकर लोग हैरान रह गए। उसके हाथ-पैर से रक्त बह रहा था। आसपास में तलाश करने पर उसकी मां नहीं मिली, जिसके बाद इस घटना के बारे में पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को अवगत कराया गया।
किसी भी कारण से बच्चों के साथ कोई भी व्यक्ति हिंसक व्यवहार नहीं कर सकता। इस तरह के मामले की रोकथाम करने के लिए कठोर कानून बनाए गए हैं। बाल क्रूरता अधिनियम इन्हीं में से एक है जो इस तरह के आचरण करने पर आरोपियों को सजा के साथ-साथ अर्थदंड भी देता है। अनेक मामलों में ऐसी कार्रवाई हुई है और इसके जरिए सख्त संदेश दिया गया है। इन सबके बावजूद हालिया मामला बताता है कि अभी भी कुछ स्थानों पर बहुत कुछ करने की जरूरत है।