कुदमुरा रेंज में हाथियों ने तोड़े बिजली खंम्भे, फसलों को भी किया चौपट
कोरबा 05 सितम्बर। वन मंडल कोरबा के कुदमुरा रेंज में हाथियों का उत्पात फिर शुरू हो गया है। बीती रात धरमजयगढ़ वन मंडल से पहुंंंचे हाथियों के दल ने जिल्गा में भारी उत्पात मचाते हुए जहां डेढ़ दर्जन से अधिक ग्रामीणों की धान की खरीफ फसल को तहस-नहस कर दिया वहीं दल से अलग हुए दंतैल ने गुरमा में बिजली के 3 खंम्भों को ध्वस्त कर दिया । जिससे गांव अंधेरे में समा गया है। जिस समय दंतैल ने यहां विद्युत पोल को निशाना बनाया उस समय बिजली गुल थी। मौसम की खराबी की वजह से लाईन बंद थी। जिसकी वजह से कोई नुकसान नही हुआ। लेकिन यह कहा जा रहा है कि यदि खंभे में लाईन रहती और कंरेट रहता तो दंतैल को खतरा हो सकता था।
जानकारी के अनुसार धरमजयंगढ़ वन मंडल में इन दिनों बड़ी संख्या में हाथियों की मौजूदगी बनी हुई है। क्षेत्र में सक्रिय हाथियों के झुंड से 13 हाथी सोमवार की रात अलग हुए और कोरबा वन मंडल की सीमा पर प्रवेश कर कुदमुरा रेंज के जिल्गा क्षेत्र में पहुंच गए हाथियो का दल यहां पहुंचते ही उत्पात मचाना शुरू कर दिए। और लगभग डेढ़ दर्जन से अधिक ग्रामीणों के खेतो में प्रवेश कर वहां लगे धान की फसल को रौंद दिया। उत्पात के दौरान एक दंतै झुंड से अलग होकर गुरमा पहुंच गया। वहीं 12 हाथी कलमी टिकरा सर्किल के जोबा जंगल में पहुंच विश्राम करने लगे । गुरमा पहुंचे दंतैल ने यहां जमकर गुस्सा उतारा इस दौरान एक के बाद एक बिजली के 3 खंभो को निशाना बनाते हुए ध्वस्त कर दिया। गनीमत यह रही की जिस समय दंतैल ने विद्युत खंभो पर गुस्सा उतारा उस समय उसमें करेट नही था। मौसम खराब होने की वजह से बिजली विभाग द्वारा लाईन बंद कर दी गई थी। यदि खंभो में करेट होता तो हाथी की जा को खतरा हो सकता था। बताया जाता है कि यह दंतैल काफी खतरनाक व उत्पाती किस्म का है। धरमजयंगढ़ क्षेत्र में भी काफी उत्पात मचा चुका है। दंतैल के उत्पात से क्षेत्रवासी परेशान थे कुदमुरा रेंज में हाथियो द्वारा उत्पात मचाए जाने और भारी नुकसान की खबर पर वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचकर नुकसानी का आकलन शुरू कर दिया है। रेंजर पैकरा में बताया कि हाथियों को लेकर वन विभाग सर्तक है। हाथियों की मौजदूगी वाले क्षेत्र में मुनादी करा कर ग्रामीणों को सर्तक किया जा रहा है।
उधर कटघोरा वन मंडल के पसान रेंज में खतरनाक दंतैल अभी भी रानी अटारी क्षेत्र में विचरण रत है। खतरनाक हाथी के विचरण करने से खतरा बढ़ गया है। पसान रेंज के जल्के सर्किल के खडिय़ा पारा में भी हाथियो का एक दल पहुंचकर आधा दर्जन किसानों की फसल को रौंदने के बाद केंदई रेंज अंतर्गत कोरबी सर्किल पहुंच गया। इस दल में 39 हाथियों की संख्या बतायी जा रही है।