एनटीपीसी कोरबा के भू-विस्थापित 24 जुलाई को संयंत्र गेट पर जड़ेंगे ताला

कोरबा 18 जुलाई। विस्थापितों की मांग पर एनटीपीसी प्रबंधन गंभीर नहीं हुआ, जिसे लेकर विस्थापितों का आक्रोश भडक़ उठा है। आक्रोशित विस्थापितों ने 24 जुलाई को एनटीपीसी गेट पर ताला जड़ते हुए उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।

ग्राम चारपारा भू-विस्थापित राजन कुमार पटेल, गणेश कुमार केंवट, घसियाराम केंवट, सुरज कुमार केंवट, रामायण प्रसाद केंवट व मथुरा राम केंवट सहित अन्य अपने परिवार के सदस्यों के साथ आंदोलन करेंगे। उनका कहना है कि उनकी स्वामित्व व आधिपत्य की भूमि को एनटीपीसी कोरबा द्वारा सन् 1978-79 में इस शर्त पर अधिग्रहित किया गया है कि भू-विस्थापितों को अधिग्रहित भूमि के एवज में नौकरी, मुआवजा प्रदान किया जायेगा। जैसे जैसे ही प्लांट का विस्तार होगा और भू-विस्थापितों को उनके योग्यतानुसार एनटीपीसी में नौकरी प्रदान की जायेगी।

जिस संबंध में एनटीपीसी द्वारा आम सुचना दिनांक 04/09ण्/1979, 22/01/1981 एवं दिनांक 12/02/1987 को जारी किया गया था। एनटीपीसी द्वारा भू-विस्थापितों के 300 परिवार में से मात्र 38 परिवार के सदस्यों को नौकरी दी गई है और शेष परिवार के सदस्यों को प्लांट का विस्तार करने के बाद भी नौकरी प्रदान नहीं किया गया है। शेष भू-विस्थापित परिवार आज भी नौकरी से वंचित है। वे इस आस पर थे कि एनटीपीसी द्वारा उन्हें नौकरी प्रदान की जायेगी, परन्तु एनटीपीसी द्वारा भू-विस्थापितों को नौकरी प्रदान नहीं किया गया। भू-विस्थापितों को नौकरी के साथ-साथ अपने जमीन से हाथ धोना पड़ा है। जिसे लेकर वे आईटीआई तानसेन चौक पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। संयंत्र गेट पर ताला जडकऱ अपनी आवाज बुलंद करेंगे।

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