120 रूपये किलो टमाटर, हरी सब्जी की खरीद हुई मध्यम परिवार से दूर

कोरबा 09 जुलाई। टमाटर का दाम 100 से उछलकर 120 रूपये किलो पहुंच गया है। हरी सब्जियों के दाम बढऩे सूखी सब्जी के तौर पर 150 रूपये किलो बिक रहे अरहर समेत मटर, मसूर के आद भी आसमान छूने लगे है। हलकान गृहणियां सब्जी के विकल्प के तौर अब बड़ी, बिजौड़ी से ही काम चलाने लगी हैं।

हरी सब्जी की खरीदी मध्यम वर्गीय परिवार के लोगों की खरीदी से बाहर हो गया है। मानसूसन आगामन के शुरूआत के साथ ही लोकल सब्जियों की आवक बाजार से लगभग समाप्त हो गई। जिले के सभी बड़े बाजार दीगर जिले व राज्य से आने वाले सब्जियों पर निर्भर हैं। हालिया स्थिाित यह कि तीस से चालीस रूपये बिकने वाली सब्जियों के दाम 60 रूपये किलो से उपर हो गए हैं। हरी सब्जियों के मंहगे होने का असर आलू, प्याज व दलहन पर होने लगा है। सब्जी की खेती में पर अभी भी जिला आत्मनिर्भर नहीं हो पाया है।

कृषि व उद्यानिकी विभाग की ओर से तकनीकी सब्जी खेती का पर्याप्त प्रचार प्रसार नहीं होन की वजह से किसानों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। वर्षा काल जारी है किसानों ने जुलाई माह से बोआई शुरू कर दी है। सब्जियों के नए फसल आने में अभी दो माह का समय लगेगा। आम परिवारों के अलावा सब्जी की महंगाई का असर हाटल की भोजन थालियों में पर पड़ा है। तीन सब्जियां परोसने में वाले हाटल व्यवसाइयों सब्जी में कटौती शुरू कर दी है। मिर्ची के दाम 100 रूपये किलो से बढ़कर 400 रूपये हो गया है।

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