बदहाल सिटी बस सेवा के विरोध में ओल्ड बस स्टैंड में धरने पर बैठे पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल
भरोसा लूटने वाली भूपेश सरकार को बताया विकास विरोधी
बिलासपुर 28 मार्च। विकास कार्यो को तरसते स्मार्ट सिटी बिलासपुर में शहर के विकास की अधूरी परियोजनाओं के विरोध में पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने अक्टूबर 2015 से सिटी बस सेवा की बदहाल स्थिति के विरोध में भाजयुमो एवं भाजपा महिला मोर्चा के संयुक्त तत्वाधान में पुराना बस स्टैंड क्षेत्र में हुए धरने में शामिल हुए।इस मौके पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए श्री अमर अग्रवाल ने कहा ने बिलासपुर में अधूरी विकास परियोजनाओ और विकास को तरसते स्मार्ट सिटी बिलासपुर में कांग्रेस शासन में अरबों रुपए की विकास कार्यो दुर्दशा एवम बदहाली पांच साल में ही जनता के सामने आ गई है। उन्होंने कहा साइंस कॉलेज दिल्ली के प्रगति मैदान की तर्ज पर लगाने के लिए हमने बीड़ा उठाया और मल्टीपल स्पोर्ट्स एक्टिविटी खेल खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के लिए जिला खेल परिसर बनवाया, लेकिन कांग्रेस के राज में इन सुविधाओं और सेवाओं का बुरा हाल है, प्रगति विहार का कार्य आज अधूरा है। सुचारू यातायात और परिवहन सुविधा की सुविधा के लिए अक्टूबर 2015 से 40 किलोमीटर की दूरी तक चारों दिशाओं में लोगों को आने-जाने में सुविधा हो सकते हैं इसके लिए सिटी बस सेवा आरंभ कराई। बिलासपुर में अत्याधुनिक सुविधाओं वाली 50 की संख्या में सात सर्किलों में चलाई जा रही थी। महामारी के समय लाक डाउन के बाद से सिटी बस की सुविधा बदहाली के दौर से गुजर रही है। नोडल एजेंसी निगम प्रशासन की लापरवाही से करोड़ों रुपए की बसें कबाड़ में तब्दील हो गई है।
अमर अग्रवाल ने कहा हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी और जीवन आसान करने वाली नवीन अधोसंरचना के विकास पर फोकस का रहा है। आकांक्षी भारत को अगली पीढ़ी का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने की जरूरत है,नए भारत की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए तमाम आर्थिक बाधाओं के बावजूद प्रधानमंत्री श्री मोदी जी के नेतृत्व में दृढ़ संकल्पित सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर पर निवेश दिनों दिन बढ़ाया है।शहरीकरण के दौर में विकसित भारत के निर्माण में मूलभूत सुविधाओं के साथ अवसंरचना और विकास की दृष्टि से कंप्लीट ट्रांसफॉरमेशन के लिए चरणबद्ध कार्य किया जा रहा है। इस कड़ी में बिलासपुर में यातायात परिवहन एवं यात्री सुविधा की दृष्टि से रेलवे स्टेशन एवं बस स्टैंड से कोटा, रतनपुर मार्ग, मस्तूरी, बेलतरा, बिल्हा, तखतपुर चकरभाटा क्षेत्र की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए सस्ते दर पर सिटी बस सुविधाओं का शुभारंभ भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में किया गया। चालीस नान एसी और दस एसी बसों की सुविधाएं शहर के नागरिकों के लिए चालू की गई, इन सिटी बसों में आरामदायक बैठक व्यवस्था के साथ लो फ्लोर एवं एलईडी आधारित डिस्प्ले,जीपीएस सिस्टम के साथ सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए । बस सेवा के व्यवस्थित संचालन के लिए नगर निगम को नोडल एजेंसी बनाते हुए बी एस बी एल प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा किया जा रहा है। रेलवे स्टेशन से रतनपुर ,खुटाघाट, सेंदरी मानसिक चिकित्सालय, तखतपुर, कोटा, मस्तूरी मल्हार रूटों पर यात्रियों को आने जाने के लिए त्वरित, सुरक्षित एवं किफायती सेवा को थोड़े ही समय में अच्छा प्रतिसाद मिल रहा था।
श्री अमर अग्रवाल ने बताया बताया सिर्फ बिलासपुर नही बल्कि नगरीय प्रशासन मंत्री रहते हुए छोटे शहरों की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने और बेहतर यातायात प्रणाली के सुचारू प्रगमन हेतु पूरे प्रदेश के 21 क्लस्टरों में 451 बसों की सेवाएं 70 शहरों में आरंभ कराई गई।सिटी बस सेवा हेतु भारत सरकार द्वारा केंद्रीय योजना अंतर्गत 183.89 करोड़ों रुपए का प्रावधान किया गया। कालांतर में छत्तीसगढ़ की क्लस्टर आधारित सिटी बस सेवा को बेस्ट सिटी बस सर्विसेज के लिए केंद्रीय शहरी आवास पर्यावरण मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त हुआ। कोविड-19 महामारी के समय लाकडाउन के बाद से बंद हुई सिटी बस सेवा न्याय धानी में अब तक बहाल नही हो सकी है। अधिकांश शहरों से सिटी बसे गायब हो गई हैं। लॉकडाउन के बाद आज तक विभिन्न शहरों में सिटी बसें किस बदतर हालत में यह जानने की सुध सरकार और विभाग और स्थानीय निकायों को नहीं है।बिलासपुर में आमजन को शहर के विभिन्न इलाकों में जाने के आसपास के कस्बे एवं उप नगरीय क्षेत्रों में आवागमन के लिए सुचारू परिवहन के अभाव में आर्थिक रूप से भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। लगातार सड़क दुर्घटनाओं में भी वृद्धि हो रही है। शहर की परिधि में 15 से 20 किलोमीटर के दायरे में बिलासपुर शहर व आसपास के क्षेत्रीय लोग जो पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग कर कुछ पैसे बचा लेते थे व आने जाने में सुविधाएं हो जाती थी, परंतु अभी निजी संसाधनों पर निर्भर होना उनकी मजबूरी हो गई है। इसके साथ ही स्कूल कॉलेज के छात्र-छात्राएं सिटी बस के अभाव में निजी वाहनों से आना-जाना कर रहे हैं जिससे कम उम्र में वाहन चलाने से दुर्घटनाओं की आशंका भी लगातार बनी रहती है।
श्री अमर अग्रवाल ने कहा 2018-19 में जब से कांग्रेस की सरकार आई है, उसी समय से पूर्व में संचालित विकास परियोजनाओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।शहर के विभिन्न इलाकों में ठप्प पड़ी विकास योजनाओं को पूरा करने के लिए शासन-प्रशासन के विरोध में जन जागरण का कार्य जारी रहेगा। भरोसा दिखाकर भरोसा लूटने वाली भपेश सरकार की असलियत जनता जनता अच्छी तरह से समझ रही है।लोगो की जान माल से,सुविधाओ से सरकार का लेना देना नही है। उन्होंने कहा पिछले दिनों विख्यात नाटू नाटू गाने को आस्कर मिला, अगर जमीन हड़पने माफिया राज को पनाह देने वाले शहरों को कुख्याति का अवार्ड मिला तो कांग्रेस राज में छत्तीसगढ़ का बिलासपुर सबसे आगे होगा। सिटी बस सेवा के संदर्भ में अमर अग्रवाल ने बताया न्यायधानी बिलासपुर में लॉकडाउन के पहले संचालित 30 बसें खस्ताहाल कोनी बस डिपो में खड़ी हो चुकी थी। आज की स्थिति में कई बसों से पहिया गायब हैं,कई बसों में झाड़ियां उग आई हैं। डिपो में खड़े खड़े यह बसें कबाड़ में तब्दील हो रही है। बंगलौर की दुर्गांबा ठेका एजेंसी को मरम्मत कर ठेका दिया गया था लेकिन कोरोना से एजेंसी के मालिक की मृत्यु के बाद से खराब पड़ी बसों की हालात दयनीय होती जा रही है।खड़े-खड़े इसमें कई प्रकार की खामियां आ चुकी हैं। इसके चलते टायर, बैटरी समेत बहुत से पार्ट्स खराब हो चुके हैं। कई बसों के इंजन में समस्या आ चुकी है। इसी तरह कई बस की सीट भी खराब हो गई है। सभी बसों को रंगरोगन की जरूरत है। खर्च में आरटीओ टैक्स भी शामिल है। नगर निगम बिलासपुर द्वारा ध्यान नहीं दिए जाने से महामारी की आड़ में सिटी बसों के संचालन की महत्वपूर्ण सुविधा ठप्प हो गई । निगम के पास कबाड़ हो रही बसों की मरम्मत के लिए पैसे भी नहीं है, राज्य शासन के द्वारा मरम्मत के लिए भी राशि उपलब्ध कराई जा रही है । ऐसा मालूम होता है कि निगम प्रशासन जनता की कमाई से करोड़ों रुपए बस सेवा का व्यवस्थित और सुचारू संचालन कराने की बजाय बसों को कबाड़ियों के हाथों बेचने को आमादा है।
विभिन्न संगठनों ने बिलासपुर के आम जनमानस को लगातार आवागमन में हो रही असुविधाओं के साथ सड़क दुघर्टनाओं आदि को देखते हुए वापस शहर में सिटी बस चलाने की मांग को लेकर नगर निगम आयुक्त के नाम ज्ञापन सौंपा,महीनों टालमटोल करने के बाद दिखावे के लिए पचास सिटी बसों में कुछ बसे चला दी गई। मरम्मत के लिए टेंडर भी निगम नही करा पा रहा था, बार-बार विरोध होने पर किसी प्रकार से प्रक्रिया में सरलीकरण मरम्मत करने के लिए ठेकेदार का चयन हुआ लेकिन बसों की हालात दिनोंदिन खस्ता हो जाने से महज 7 से 8 बसे ही तैयार होकर रोड पर चल रही है। इन बसों के फेरे और समय सारणी अनुसार संचालन नहीं होने से आंशिक बहाल सिटी बस सेवा का लाभ नागरिकों को नहीं मिल पा रहा है।नगर निगम के अधिकारी जनमानस को आश्वासन का झुनझुना देकर चलता कर देते हैं। कांग्रेस के नेता और जन प्रतिनिधि मेंटेनेंस स्पीड और परिचालन में सुधार के नाम पर रेल प्रशासन ट्रेनों की में लेटलतीफी के लिए लिए विरोध करते हैं लेकिन सिटी बस सेवा सुचारू चले,बसों की मरम्मत हो जाये इस ओर उनका ध्यान नहीं जाता।शहर की जनता जान गई है घड़ियाली आंसू बहाने वाले विधायक हो या स्थानीय प्रशासन के आला अधिकारी बिलासपुर में पहले की तरह सिटी बस सेवा पुनः कब शुरू होगी,इसका किसी के पास जवाब नही है। करोड़ो रुपये खर्च कर खरीदी गई बसें लोगों के काम में नहीं आ रही है, जनता को विकास का उल्टा असर देखने मिल रहा है।दिनोदिन जन उपयोगी सेवाओं के विस्तार की बजाय विकास योजनाओं के पहिए राज्य सरकार के मंसूबों के आगे रुक गए है। निकट भविष्य में भी जारी सेवाओं और सुविधाओं की सतत रखरखाव हो जाये, जनता की सुविधा के लिए नई योजनाओं की नींव रखी जाए,इसके आसार दिखाई नहीं पड़ते।
अमर अग्रवाल ने धरने के दौरान अपने संबोधन में विशेषकर उल्लेख करते हुए बताया बस स्टैंड क्षेत्र के व्यापारी आज उनके पास आए उन्होंने बताया कि शहर के बीच हृदय स्थल में करोड़ों की बेशकीमती जमीन पर कांग्रेस कार्यालय बनाने के लिए निगम ने लीज की जमीन और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए आरक्षित जमीन को नियमों को ताक पर रखकर सत्ता संरक्षण में आवंटित कर दिया है, मूलभूत सुविधाओं का क्षेत्र में टोटा हो गया है इससे आजीविका संकट में आ गई है ।श्री अग्रवाल ने कहा वैसे तो हर दल को जमीन मिलती है, लेकिन लोक शांति और नागरिक हितों के विपरीत नियम प्रक्रिया को ताक पर रखकर किए गए हर मुद्दे का परीक्षण करवाकर का पुरजोर विरोध किया जाएगा।
आयोजित धरने को भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष जय श्री चौकसे ,भाजयुमो जिलाध्यक्ष निखिल केसरवानी और प्रभारी दीपक सिंह ने भी संबोधित किया। आज आयोजित धरना कार्यक्रम मेंआज के कार्यक्रम में उपस्थित अमरजीत दुआ,जिलाध्यक्ष रामदेव कुमावत, पूर्व महापौर विनोद सोनी, महेश चंद्रिका पूरे, विजय ताम्रकार मनीष अग्रवाल,दुर्गा सोनी, जुगल अग्रवाल,बृजेंद्र शुक्ला, विजय सिंह, ,योगेश बोले,शानूल खान, पंकज तिवारी,अमित तिवारी,आशीष तिवारी,संध्या सिंह, मंजुला सिंह, सीमा पांडे, शोभा कश्यप, चंदना गोस्वामी, रजनी यादव ,मनीष नंदी, सरिता कामडे, मिनाक्षी बोमर्डे, नीलम गुप्ता रीना गोस्वामी, सुनीता चौधरी , रीना कोरी, किरण सिंह दीपमाला झा प्रतिभा मिश्रा माया पमनानी,रोहित शुक्ला,मोनू रजक,नितिन छाबड़ा मुकेश राव सहित बड़ी संख्या में युवा मोर्चा एवं महिला मोर्चा सहित भाजपा के कार्यकर्ता उपस्थित थे।