एएसआई के हत्यारे पकड़ से दूर, जांच की प्रगति जानने पहुंचे आईजी

कोरबा 12 मार्च। सहायक उपनिरीक्षक नरेंद्र सिंह परिहार की हत्या करने वाले आरोपी कौन है, इस बारे में फिलहाल कोई ठोस जानकारी नहीं मिल सके हैं 2 दिन पहले उनका सब पुलिस थाना की बैठक में रक्त रंजित हालत में मिला था। मामले की जांच के लिए चार टीमें लगाई गई है। इनकी प्रगति जानने के लिए पुलिस महानिरीक्षक बी मीणा रात्रि को बांगो पहुंचे और अधिकारियों से संवाद किया।

कोरबा जिला मुख्यालय से 42 किलोमीटर दूर बांगो पुलिस थाना संचालित है जहां पर कुछ समय से पदस्थ सहायक उप निरीक्षक नरेंद्र सिंह परिहार की अज्ञात आरोपियों के द्वारा हत्या कर दी गई। 9 मार्च की रात इस घटना को अंजाम दिया गया था। घटना वाले दिन पुलिस परिवार ने परिसर में होली खेली। इसके बाद सब अपने काम में लग गए। परिहार की उस दिन नाइट शिफ्ट ड्यूटी थी। 10 मार्च की सुबह जब कई घंटे बाद वे थाना नहीं पहुंचे तो स्वाभाविक रूप से उनकी चिंता की गई और एक कर्मचारी को उनके बैरक भेजा गया, जहां पर दरवाजा टूटा हुआ पाया गया और भीतर वह रक्तरंजित स्थिति में मिले। जिसमें पाया गया कि उनके सिर पर किसी चीज से कई बार हमले किए गए और इससे मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में मर्ग और हत्या का अपराध कायम करने के साथ जांच शुरू की है। घटना को 2 दिन हो चुके हैं लेकिन अब तक इस बारे में कोई मजबूत सुराग पुलिस के हाथ नहीं लग सके हैं। पुलिस बैरक में एएसआई की हत्या का मामला अपने आप में काफी गंभीर है इसलिए लगातार इस बारे में बात हो रही है। इन कारणों से बिलासपुर पुलिस रेंज के महा निरीक्षक बी एन मीणा शनिवार देर रात बांगो पुलिस थाना पहुंचे। अधिकारी के प्रभास की जानकारी पहले से ही यहां के विभागीय अमले को थी इसलिए वह हरकत में आ गया।

पुलिस महानिरीक्षक के द्वारा एएसआई नरेंद्र सिंह परिहार की हत्या के मामले को लेकर संबंधित बिंदुओं के बारे में पुलिस अधीक्षक उदय किरण और संबंधित अधिकारियों से चर्चा की गई। पूछा गया कि घटना के बाद अब तक किस किस दिशा में काम किया गया और क्या कुछ इनपुट प्राप्त हुए हैं जिस पर पुलिस काम कर रही है। अवगत कराया गया कि मामले की जांच के लिए चार टीमें लगाई गई हैं। अब तक कई संदिग्ध लोगों से पूछताछ की गई है इसके अलावा साइबर सेल और दूसरे स्तर पर भी मामले की तह तक पहुंचने के प्रयत्न किए जा रहे हैं। एक बार फिर दोहराया गया कि एएसआई की हत्या के मामले को पुलिस ने एक चुनौती के रूप में लिया है और इसी गुत्थी को सुलझाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

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