सड़क सुरक्षा नियमों का पालन नहीं, रिकाण्डो रोड से अमरैया मार्ग तक कोयला वाहनों का लगा जाम

कोरबा 20 जनवरी। सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने की उम्मीद नागरिकों से करने वाला पुलिस का तंत्र खुद इस दिशा में ईमानदारी के साथ काम नहीं कर रहा है। 34 में सड़क सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत कई प्रकार के आयाम पर जिले में काम किए गए और सप्ताह के समापन के दूसरे दिन शहर में विचित्र नजारा देखने को मिला।

नो एंट्री के टाइम में बड़े हिस्से में वाहनों की आवाजाही के बीच जाम की स्थिति निर्मित हो गई। इसके कारण आम नागरिक भारी परेशान हुए और व्यवस्था को कोसने पर मजबूर हो गए। हालांकि यह कोई पहली बार नहीं हुआ और लोग भी पहली बार इस तरह की स्थिति से दो चार हुए। लंबे समय से कोरबा शहरी क्षेत्र में नियमों के विरुद्ध भारी वाहनों की आवाजाही होती रही है और इसकी भरपूर जानकारी परिवहन विभाग के साथ-साथ यातायात पुलिस को रही है। अलग-अलग स्तर से दोनों विभाग के अधिकारियों को इस बारे में अवगत कराने का काम किया जाता रहा जिद पर बहुत ज्यादा गंभीरता दिखाने की आवश्यकता नहीं समझी गई। ऊपर से यही तर्क दिया गया कि मजबूरी के कारण 1.2 वाहन चालकों ने नो एंट्री में प्रवेश कर लिया होगा और इसलिए इसे सामान्य रूप से लिया जाना चाहिए। ऐसे में माना जाता रहा कि जो कुछ तस्वीरें देखने को मिल रही है उनके पीछे सिस्टम की मिलीभगत और संबंधित लोगों को पर्याप्त आशीर्वाद दिए जाने का मामला हो सकता है।

कोरबा शहर की जनता ने इस कड़ी में एक बार फिर अव्यवस्था को बेहद नजदीक से देखा और कई घंटे परेशानी भी झेली। रिकांडो रोड से लेकर अमराइयाँ मार्ग में कोयला वाहनों की लाइन तब लग गई जबकि इस समय कागज और बोर्ड में नो एंट्री घोषित की गई है। 10 बजे से ही पहले ही ही मार्ग पर आवाजाही के बीच अजीब स्थिति निर्मित हुई और इसी के साथ रास्ता बुरी तरह से बाधित हो गया। वही तीन मौके पर ट्रांसपोर्ट नगर चौक और सीएसईबी डीएसपीएम चौराहे के बंद रहने के बाद दोनों तरफ लगी भीड़ के कारण स्थिति और जटिल हो गई। इसके चलते अपने कामकाज पर जाने के लिए संबंधित रास्ते का उपयोग करने वालों को बेहद परेशान होना पड़ा। आज के बाद ऐसा देखने को मिला जब गुरु घासीदास चौराहे से लेकर मुड़ापार कोल डायवर्शन रोड पर आवागमन को नियंत्रित करने के लिए ट्रैफिक पुलिस को लगाना पड़ा। लेकिन जिस तरीके से समस्या खड़ी हुई उस पर सीमित कार्य बल की उपस्थिति बहुत ज्यादा प्रभावकारी नहीं हो सकी। सर्वे तक सिमटा फ्लाईओवर का काम कोरबा शहर में भारी वाहनों से जुड़ी समस्या पिछले कई वर्षों से लोगों को परेशान करने का कारण बनी हुई है। इसके समाधान के लिए बीते वर्षों में जरूरत जताई गई कि डीएसपीएम सीएसईबी चौराहे के पास वाय आकार के फ्लाईओवर का निर्माण कराया जाना उपयुक्त कदम हो सकता है।

बार-बार बंद होने वाली रेलवे क्रॉसिंग के कारण समस्या निर्मित होती है। इस स्थिति में फ्लाईओवर एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। ट्रिपल पी मॉडल पर इसका निर्माण कराए जाने का सुझाव दिया गया और कई अवसर पर इसके लिए सर्वे की प्रक्रिया भी अपनाई गई।काफी जद्दोजहद के बाद भी इस काम को सर्वे से बाहर लाया जाना संभव नहीं हो सका। स्कूल में देर से पहुंचे विद्यार्थी यातायात बाधित होने के कारण विभिन्न वर्गों और के सामने कई प्रकार की परेशानियां उपस्थित हुई। ऐसे में सभी का शेड्यूल बिगड़ा और वे कार्यस्थल पर निर्धारित समय के बाद पहुंच सके। शहर के विभिन्न स्कूल मैं वर्तमान में चल रहे प्रोजेक्ट वर्क और अन्य गतिविधियों को लेकर विद्यार्थी आज सही समय पर नहीं पहुंच सके। मार्ग पर मौजूद बाधाओं के कारण विद्यार्थियों के कदम अपने विद्यालयों में कुछ देर से ही पढ़ सके। विद्यालय प्रबंधन स्वाभाविक रूप से विद्यार्थियों से इसकी खबर ली लेकिन वास्तविकता का पता चलने पर इसे महसूस भी किया।

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