चिरायु योजना अंतर्गत कार्डियक कैम्प में 18 वर्ष तक के 47 बच्चों का किया गया पंजीयन

हृदय संबंधित सर्जरी के लिए 15 बच्चों का हुआ चिन्हांकन

कोरबा 11 जनवरी 2023. कलेक्टर श्री संजीव झा के निर्देशानुसार जिला चिकित्सालय कोरबा में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (चिरायु योजना) अंतर्गत कॉर्डियक कैम्प का आयोजन किया गया। सीएमएचओ डॉ. एस.एन. केसरी के मार्गदर्शन में आयोजित इस शिविर में जन्म से लेकर 18 वर्ष तक के 47 बच्चो का पंजीयन किया गया। जिसमे 15 बच्चे कार्डियक सर्जरी के लिए चिन्हांकित किए गए। इनकी सर्जरी आयुष्मान भारत योजना अंतर्गत अनुबंधित चिकित्सालय व्ही.वाय हॉस्पीटल रायपुर में किया जाएगा। जांच के दौरान 23 बच्चों की रिपोर्ट सामान्य थी। 9 बच्चो का 06 माह बाद फिर से जांच किया जाएगा। इस कैम्प में आयुष्मान भारत योजना अंतर्गत अनुबंधित व्ही. वाय. हॉस्पीटल रायपुर के चिकित्सक डॉ. शुलभ चंद्राकर डीएम कॉडियोलाजिस्ट के द्वारा इको कॉडिर्योग्राफी किया गया।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. केसरी ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण पहल है। जिसका उद्देश्य जन्म से लेकर 18 वर्ष तक के बच्चों में किसी भी प्रकार की बीमारी होने पर शासन द्वारा ईलाज कराया जाता है। यह योजना खास तौर पर 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिये बनाई गई है। जिसमें मुख्य रुप से जन्मजात बच्चों की जन्म के समय की बिमारी का पता लगाकर उसका इलाज करना है। जिले की राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम टीम के द्वारा क्षेत्र में शिविर लगाकर जन्मजात बिमारियों से ग्रसित बच्चों का चयन किया जा रहा है। साथ ही उपचार भी कराया जा रहा है। इसी क्रम में जिला चिकित्सालय कोरबा में कार्डियक शिविर लगाया गया जिसमे 47 बच्चों का पंजीयन हुआ उसमें 15 बच्चो की कॉर्डियक सर्जरी के लिए चिन्हांकित किए गये है। जिनकी सर्जरी आयुष्मान भारत योजना अंतर्गत अनुबंधित चिकित्सालय व्ही.वाय हॉस्पीटल रायपुर में किया जाएगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने जिले के नागरिको से अपील किया है कि जन्म से 18 वर्ष तक के बच्चों में कोई जन्मजात बिमारी हो तो राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम टीम द्वारा लगाए जाने वाले शिविर में उपस्थित होकर जांच करावे। इस अवसर पर डॉ. कुमार पुष्पेश, जिला नोडल अधिकारी, डॉ. असरफ अंसारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक एवं डॉ. हेमंत पटेल, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम तथा समस्त राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम टीम मौजूद रहे।

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