कोरबा 31 दिसम्बर। परंपरा और संस्कृति के साथ एकता के महत्व को परिभाषित करने वाला मकर संक्रांति पर्व 14 जनवरी 2023 को मनाया जाएगा। तिल और गुड़ के व्यंजन इस मौके पर खास होंगे। कारोबारी सूत्रों ने बताया कि हर वर्ष लाखों का सामान इस पर्व के दौरान हाथों हाथ बिकता है। इस बार भी काफी बड़ा आर्डर कोरबा से गया है। कोरबा जिले में तिलहन की फसल ना के बराबर है इसलिए आसपास के जिले और दूसरे राज्य पर इस मामले में निर्भरता बनी हुई है।

उत्तर प्रदेश और बिहार के साथ-साथ अंबिकापुर बलरामपुर जिले में तैयार होने वाली तिलकुट की कई वैरायटी के साथ गजक से लेकर दूसरे उत्पाद कोरबा में छाए रहते हैं। यह सब मिलकर मकर संक्रांति को विशिष्टता प्रदान करते हैं। अनेक कार्यक्रमों में होने वाली लोगों की उपस्थिति के बीच यह व्यंजन ना केवल मिठास फैलाते हैं बल्कि एक खास संदेश देने का प्रयास भी करते हैं। मिष्ठान कारोबारियों के मुताबिक स्थानीय स्तर पर तिल और गुड़ के व्यंजन प्रत्यक्ष रूप से तैयार नहीं होते इसलिए इस मामले में वर्षों बाद भी आसपास के इलाके पर हम निर्भर हैं और वहां की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का काम करते हैं। इस अवसर पर काफी ऊंचाई तक जाने वाली पतंग का आकर्षण भी पर्व को अलग पहचान देता है। कोरबा जिले के कई सामाजिक संगठन बीते कुछ वर्षों से इस प्रकार के आयोजन अलग-अलग स्थान पर करते आ रहे हैं। इसके माध्यम से स्थानीय प्रतिभाओं को अपना कौशल दिखाने का अच्छा मौका मिल रहा है।

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