वनभोज का दौर शुरू, प्रकृति से बढ़ी नजदीकियां
कोरबा 21 नवम्बर। ठंड का मौसम धीरे.धीरे सुहावना हो रहा है और इसी के साथ वनभोज का दौर भी शुरू हो गया है। जिले के पर्यटन केंद्रों में लोगों की भीड़ पिकनिक जैसे कार्यक्रमों में नजर आ रही है। इसी के साथ लोगों की नजदीकी प्रकृति से हो रही है। स्वास्थ्य के साथ.साथ सैर सपाटे के लिए ठंडी का मौसम काफी अनुकूल माना जाता है और इसके लिए इस सीजन में यहां.वहां चहल.पहल का होना स्वाभाविक है। सूर्य की उपस्थिति में होने वाले कार्यक्रमों में लोगों की दिलचस्पी के पीछे विज्ञान प्रमुख आधार होता है। इन कारणों से इस मौसम में यहां.वहां वनभोज का दौर बना हुआ है।
कोरबा जिले के पिकनिक स्पॉट बुका, सतरेंगा, देवपहरी, परसाखोला, नरसिंहगंगा, हनुमानगढ़ी, केसला, कनकी, झोराघाट पिछले कुछ दिनों से अलग रंगत में नजर आ रहे हैं। यहां प्रतिदिन अलग-अलग समूह पहुंच रहे हैं। मौके पर मनोरंजक खेलकूद और प्रतियोगिताओं के साथ लोग प्रकृति के निकट वनभोज का आनंद लेकर एक तरह से तनावमुक्त होने की कोशिश कर रहे हैं। फरवरी के अंत तक इस तरह की तस्वीरें यहां नजर आएंगी। वन विभाग ने बुका, सतरेंगा और देवपहरी को आदर्श पिकनिक स्पॉट के रूप में न केवल चुना है बल्कि विकसित भी किया है। यहां पर मोटरबोट, कॉटेज, पैगोडा सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है। मौके पर जलविहार जैसी गतिविधियां संचालित हैं इसलिए खतरे का डर बना रहता है। कई मौकों पर हादसे हो चुके हैं इसलिए सुरक्षा के दृष्टिकोण से जतन किये गए हैं। हर हाल में यहां पहुंचने वाले लोगों को समझाईश दी जाती है कि प्रतिबंधित क्षेत्र में जाने का उत्साह न दिखाएं। इन स्थानों की स्थिति हर हाल में बेहतर रहे इसके लिए यह भी जरूरी है कि यहां सामान्य खानपान को बढ़ावा दिया जाए। देखने को मिल रहा है कि कई जगह डिस्पोजल और शराब की बोतलें मिल रही है। इनका बेइंतहा उपयोग होने से पर्यावरण को लेकर की जा रही चिंता पर पलीता पड़ रहा है।