सूने मकान से चोरों ने पार किया जेवरात और नगदी रकम

कोरबा 14 नवम्बर। किसी की जानकारी के बिना घर को सूना छोडऩा महंगा पड़ सकता है। कई मौकों पर ऐसी तस्वीरें शहर में बन चुकी हैं। पथर्रीपारा में डिक्सेना परिवार के साथ भी ऐसा हुआ। गांव में उनकी मौजूदगी के दौरान यहां चोरी हो गई। घटना में नगद राशि और जेवरात सहित अन्य सामान पार हो गए हैं। पुलिस को इस बारे में अवगत कराया गया है। आज सुबह मंजू डिक्सेना और उसका परिवार यहां पहुंचा तो उसे ताला टूटा हुआ और सामान अस्त.व्यस्त मिला। पड़ताल करने पर परिजनों के होश उड़ गए। जब उन्होंने पाया कि आलमारी टूटी हुई है और लॉकर में राखी 41 हजार रुपए की धन राशि व चांदी के जेवरात नदारद हैं। घर के और हिस्से से काफी कुछ पार कर दिया गया है।

जानकारी मिली कि दो दिन पहले डिक्सेना परिवार अपने गांव गया हुआ था। उसके द्वारा निगरानी के लिए किसी को सूचित नहीं किया गया। इस दौरान इस मकान की रेकी करने के साथ चोरों ने पिछली रात्रि को इसे टारगेट किया और चोरी की घटना को अंजाम दिया। पड़ोस में रहने वाले लोगों ने ताला टूटने की जानकारी डिक्सेना को दी। जिसके बाद उन्होंने अपने कार्यक्रम रद्द किये और तुरंत कोरबा के लिए रवानगी ली। बताया गया कि इलाके में अलग-अलग मौकों पर कई लोगों के यहां ऐसी घटनाएं हुई हैं। रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद इनमें कार्रवाई हुई। पीडि़त पक्ष ने इस मामले को लेकर चौकी को जानकारी दी है। इंतजार किया जा रहा है कि जांच-पड़ताल के साथ चोरों के चेहरे स्पष्ट होंगे। कोसाबाड़ी की बड़ी चोरी का अब तक नहीं चला पता कोविड कालखंड में कोसाबाड़ी क्षेत्र में रहने वाले विकास अग्रवाल के निवास पर चोरी की घटना अभी भी पहेली बनी हुई है। यहां से 30 लाख नगदी रकम की चोरी तिजोरी सहित की गई थी। घटना के दौरान अग्रवाल परिवार वैवाहिक समारोह में शामिल होने के लिए नैला जांजगीर गया हुआ था। 1 जुलाई को कोरबा लौटने पर इस बारे में पता चला। तत्कालीन चौकी प्रभारी राजेश जांगड़े के कार्यकाल में घटी इस घटना के बाद पुलिस की पांच टीमें जांच के लिए बनाई गई थी। घटना स्थल से घंटाघर चौक तक सीसीटीवी कैमरों को खंगला गया लेकिन नतीजे सिफर रहे।

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